विदेश में 1 करोड़ का जॉब छोड़ गांव आ गई 26 की उम्र में 10 लैग्वेंज बोलने वाली ये लड़की

नौक्षम चौधरी नाम इस बार हरियाणा विधानसभा चुनाव में सबसे युवा उम्मीदवार है। मात्र 26 साल की बीजेपी उम्मीदवार इस बार चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा में है। बीजेपी ने उन्हें नूंह जिले की पुनहाना विधानसभा सीट से टिकट दिया है। नौक्षम हाल ही में लंदन से पढ़ाई कर वापस लौटी हैं। लंदनवाली ये लड़की पीएम नरेंद्र मोदी की बड़ी फैन है जो गांव की दशा बदलने का इरादा करके चुनाव में उतरी है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 5, 2019 8:29 AM IST / Updated: Oct 05 2019, 03:06 PM IST
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विदेश में 1 करोड़ का जॉब छोड़ गांव आ गई 26 की उम्र में 10 लैग्वेंज बोलने वाली ये लड़की
नौक्षम हाल ही में लंदन से पढ़ाई कर वापस लौटी हैं। लंदनवाली ये लड़की पीएम नरेंद्र मोदी की बड़ी फैन है जो गांव की दशा बदलने का इरादा करके चुनाव में उतरी है।
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उन्होंने ने 25 अगस्त को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी। उसके बाद से वो लगातार जनता के बीच चर्चा और हैरत का विषय बनी हुई हैं। उन्होंने बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की पार्टी ने उनकी की पाप्युलैरिटी देख उन्हें टिकट दे दिया।
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आईएएस मां और रिटायर जज की बेटी राजनीति में- नौक्षम की मां आईएएस हैं और पिता रिटायर जज हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज में छात्र नेता रहीं। इसके बाद वो लंदन पढ़ने चली गईं, वहां करीब 3.5 साल रहीं। नौक्षम राजनीति में आना उनके परिवार को भी हैरान कर रहा है लेकिन मोदी से प्रभावित होकर वह नौकरी छोड़ राजनीति में आई।
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छोड़ी 1 करोड़ पैकेज की नौकरी- उनके पास एक करोड़ रुपये सालाना की नौकरी का अॉफर था। लंदन में उनकी खूब ऐश ओ आराम वाली जिंदगी थी। वह 1 करोड़ वाले वेतन के ऑफर को ठुकराकर गांव में चुनाव लड़ने आई गईं और सूबे की सबसे पिछड़ी विधानसभा पुन्हाना में चुनाव लड़ रही हैं।
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10 भाषाओं का ज्ञान- मिरांडा हाउस कॉलेज दिल्ली में छात्रसंघ नेता रहीं नौक्षम 10 भाषाएं जानती हैं। मिरांडा कॉलेज के बाद वह विदेश में तीन वर्ष तक रहीं। नौक्षम ने हिंदू नेता के तौर पर पुन्हाना में एक सीट की मांग की। मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान नौक्षम खास चर्चा में रहीं। बहुत कम समय में नौक्षम ने हरियाणा में युवा नेता के तौर पर प्रसिद्धि पा ली।
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एक मकसद के लिए लंदन छोड़ आई गांव- नौक्षम ने अपने गांव के पिछड़ेपन को देखा तो लंदन छोड़ गांव में रहकर काम करने की ठानी। उन्होंने बताया कि पूर्वजों की जन्मभूमि के पिछड़ेपन ने उन्हें लंदन छोड़ पुन्हाना आने को मजबूर कर दिया। वह अब विलायत नहीं जाएंगी बल्कि यही रहकर काम करेंगी। नौक्षम की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं।
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