Published : Jan 15, 2020, 12:18 PM ISTUpdated : Jan 15, 2020, 12:23 PM IST
पानीपत (हरियाणा). कहते हैं अगर हौसले बुलंद हों तो हर मंजिल आसान हो जाती हैं। कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता। कुछ ऐसा ही कर दिखाया और कई लोगों की मिसाल बन चुकी हरियाणा की बेटी शिवजीत भारती। जो अब आईएएस अफसर बन गई हैं। बता दें कि हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम जारी हो गया है। जिसमें कुल 48 परीक्षार्थियों ने सफलता प्राप्त की है। इन्हीं में से एक हैं अखबार बेचने वाले गुरनाम सैनी की बेटी भारती, जिन्होंने अपने साथ पूरे राज्य का नाम रोशन किया है।
शिवजीत भारती अपने परिवार के साथ हरियाणा के जैसिंहपुरा गांव में रहती हैं। जहां पिता सुबह सूरज की पहले किरण के साथ लोगों के घरों में अखबार बाटने चले जाते हैं। तो भारती की मां शारदा सैनी आंगनबाड़ी में नौकरी करती हैं।
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भारती के घर की माली हालत इतनी भी अच्छी नहीं थी कि वह किसी बड़ी कोचिंग में जाकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर सकें। लेकिन उनको यकीन था कि वह अगर एग्जाम देंगी तो उनका चयन इसमें हो जाएगा। बस फिर क्या था उन्होंने घर पर रहकर तैयारी शुरू की और पहली ही बार में हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा को पास कर लिया।
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एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान भारती ने बताया, पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद उनके माता-पिता ने शादी करने का दबाव बनाया। रोज हमारे घर पर आस-पड़ोस और रिश्तेदार आकर मेरी शादी करके की सलाह देते थे। लेकिन मैंने कह दिया था कि जब तक मैं कुछ बन नहीं जाऊं तब तक शादी नहीं करूंगी।
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भारती अपना खर्च चलाने और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए किताबें खरीदने के लिए अपने घर पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थीं। भारती की छोटी बहन पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही है। जबकि उनका एक छोटा भाई दिव्यांग है। ऐसे हालत में रहकर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।
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बता दें कि भारती ने साल 2015 में पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से मैथ्स ऑनर्स से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।