19 बार थाने पहुंची ये लेडी और रोते हुए बोली, साब मेरे साथ बहुत बुरा हुआ..पर ASI के चक्कर में फैल गया 'रायता'

पानीपत, हरियाणा.  मध्य प्रदेश की तर्ज पर हरियाणा में भी एक चौंकाने वाले हनीट्रैप का मामला सामने आया है। इस मामले में एक लेडी पुलिस सब इंस्पेक्टर की भूमिका सामने आई है। मामले का खुलासा होते ही लेडी कॉप फरार हो गई है। यह महिला एक ASI योगेश कुमारी  की मदद से फर्जी गैंग रेप सहित 19 फर्जी केस दर्ज करा चुकी थी। इस मामले का खुलासा पानीपत के एक स्क्रैप कारोबारी सहित तीन लोगों से 50 लाख रुपए की वसूली की कोशिश के चलते हुआ। दरअसल, महिला को पैसों की 'बंदरबांट' में ASI पर शक हुआ। बस उसने बगैर दिमाग भिड़ाए..ASI की शिकायत एसपी से कर दी। इसमें महिला ने खुद को पीड़िता के तौर पर पेश करते हुए कहा कि ASI आरोपियों को बचा रही है। महिला ने स्क्रैप कारोबारी सहित तीनों लोगों पर शारीरिक शोषण का मामला दर्ज कराया था। बताते हैं कि महिला ने तीनों को अपने घर पर बुलाकर अश्लील वीडियो बना लिया था। फिर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। व्यापारी ने डरके मारे 22 फरवरी को 25 हजार रुपए दे दिए। लेकिन बाकी पैसे न मिलने पर महिला ने चांदनीबाग थाने में तीनों के खिलाफ गैंग रेप का केस दर्ज करा दिया था। यह साजिश यहीं पदस्थ ASI योगेश कुमारी ने रची थी।
 

Asianet News Hindi | Published : Mar 6, 2020 11:18 AM IST
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19 बार थाने पहुंची ये लेडी और रोते हुए बोली, साब मेरे साथ बहुत बुरा हुआ..पर ASI के चक्कर में फैल गया 'रायता'
दरअसल, महिला ने कारोबारी समेत तीन लोगों का अपने आवास पर बुलाकर वीडियो बना लिया था। 22 फरवरी को 25 हजार रुपये कारोबारी ने दे भी दिए, बाकी के पैसे नहीं मिलने पर महिला ने चांदनीबाग थाने में तीनों पर गैंगरेप का केस दर्ज करा दिया। तभी साजिश रचने वाली महिला और एसआई में भी विवाद हो गया। इस महिला को लगा था कि ASI ने आरोपियों से सीधे डीलिंग करके 12 लाख रुपए वसूल लिए हैं। खुद को ठगा महसूस होने पर उसे गुस्सा आ गया। उसने ASI के खिलाफ एसपी को शिकायत कर दी। लेकिन इसी बीच स्क्रैप कारोबारी ने भी एसपी से ब्लैकमेलिंग की शिकायत कर दी थी। एसपी ने मामले की सच्चाई सामने लाने SIT का गठन कर दिया। 6 दिन की जांच के बाद एसपी ने कारोबारी के ऊपर से गैंग रेप की धारा हटाकर महिला और ASI को आरोपी बना दिया। गुरुवार को महिला को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया। फिर उसे गिरफ्तार कर लिया। हालांकि इसकी भनक लगते ही ASI फरार हो गई।
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बताते हैं कि कारोबारी 5 लाख रुपए में मामला सुलटाना चाहता था। ASI 10 लाख पर अड़ी रही, जबकि महिला 50 लाख रुपए से एक रुपये कम लेने को राजी नहीं थी। जब उसे पैसे नहीं मिले, तो उसे ASI पर शक हुआ। इसके बाद उसने एसपी से शिकायत कर दी कि उसके साथ गैंग रेप करने वाले आरोपियों को बचाने में ASI मदद कर रही है।
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कारोबारी लोकेश जैन इतने पैसे देने की स्थिति में नहीं था। आखिरकार उसने हिम्मत जुटाई और एसपी से शिकायत कर दी। उधर, महिला को लगा था कि वो ASI को कारोबारी से पैसे लेते रिश्वत में पकड़वा देगी। डीएसपी पूजा डाबला के नेतृत्व में इसकी जांच के लिए SIT का गठन किया गया था। इसके बाद सारा मामला सामने आ गया। 40 वर्षीय महिला चांदनी बाग थाना क्षेत्र में रहती है। जांच में सामने आया है कि वो पिछले 6 महीने से चांदनी बाग थाने की एसआई योगेश कुमारी के संपर्क में थी।
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अप्रैल, 2018 में भी पानीपत में इसी तरह का मामला सामने आया था। पुलिस ने कारोबारियों, डॉक्टरों और ठेकेदारों को हनी ट्रैप में फंसाकर मोटी रकम वसूलने वाले एक गिरोह को पकड़ा था। आरोपियों में शामिल एक महिला झांसा देकर फिजिकल रिलेशन बनाती थी, जबकि उसकी साथी दो वकील महिलाएं फोटो खींचकर ब्लैकमेलिंग शुरू करती थीं। बिजली विभाग के एक लाइनमैन को ब्लैकमेल करने के बाद इस मामले का खुलासा हुआ था।
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देश में सबसे कुख्यात हनीट्रैप का मामला पिछले साल मध्य प्रदेश में सामने आया था। इस मामले में 5 महिलाओं सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस हनीट्रैप का शिकार मंत्री से लेकर तमाम आला अफसर बने थे। यह मामला अभी कोर्ट में चल रहा है।
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