अगर आप भी हैं कोरोना के मरीज तो भूलकर भी ना करें ये गलतियां, पड़ सकती है जान पर भारी

कोरोना का दूसरा रूप तेजी से देशभर में अपने पैर पसार रहा है। पिछले 24 घंटे में 2.94 लाख नए कोरोना के मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 2020 मौतें हो चुकी हैं। लोग इन दिनों बुखार और जुखाम जैसे बीमारी से ग्रस्त हो रहे हैं तो ऐसे में पेनकिलर और एंटीबायोटिक्स जैसी दवाएं ले रहे हैं। लेकिन, इस तरह बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं लेना आपके लिए दिक्कत का सबब बन सकती है। ऐसे में आपको उन गलतियों के बारे में बता रहे हैं, जो कोरोना मरीज को नहीं करना चाहिए। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 21, 2021 8:08 AM IST / Updated: Apr 21 2021, 02:48 PM IST
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अगर आप भी हैं कोरोना के मरीज तो भूलकर भी ना करें ये गलतियां, पड़ सकती है जान पर भारी

नहीं है कोरोना का इलाज- एक्सपर्ट्स

एक्सपर्ट्स की मानें तो अभी कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं आया है और इलाज की सलाह डॉक्टर्स मरीजों को दे रहे हैं, वो केवल रिकवरी होने तक स्थिति को कंट्रोल रखने और लक्षणों को रोकने के लिए है। जब कोरोना के हल्के लक्षण दिखें तो खुद को सेल्फ आइसोलेशन करना चाहिए। 

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बुजुर्गों को ही जाना चाहिए अस्पताल 

कोरोना महामारी के इस दौर में अगर किसी को अस्पताल जाने की जरूरत है तो सिर्फ उस व्यक्ति को जाना चाहिए, जो बीमारी से ग्रसित हो या बुजुर्ग हो। 

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पेनकिलर्स से रहें दूर 

सेल्फ आइसोलेशन में डॉक्टर की सलाह पर ही मरीज को बुखार या सिरदर्द से राहत पाने वाली दवा पैरासिटामोल और इबुप्रोफेन का उपयोग करें और खुद से लेने वाली पेनिकिलर्स से दूर रहे हैं। वैसे, आमतौर पर डॉक्टर्स फ्लेक्सॉन और कॉम्बिफ्लेम जैसी दवाएं लेने की सलाह देते हैं। पैरासिटामोल और इबुप्रोफेन दोनों एक ही कॉम्बिनेशन की दवा है।

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खांसी का सिरप

कोरोना महामारी के इस दौर में अगर आपको खांसी आ रही हो तो इससे राहत पाने के लिए आपको डॉक्टर्स की सलाह पर ही खांसी के सिरप का इस्तेमाल करना चाहिए। इसमें एक बात का आपको ध्यान रखना जरूरी है कि अगर आपने पैरासिटामोल और इबुप्रोफेन का कॉम्बिनेशन लिया है तो इसका ओवरडोज आपको नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा देसी इलाज में गले में खराश के लिए आप शहद और नींबू ले सकते हैं और हल्के गर्म पानी से गरारे करने चाहिए।

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एंटीबायोटिक्स से ना करें कोरोना का इलाज 

अगर आप कोरोना के मरीज हैं तो आपको इस दौरान एंटीबायोटिक दवाओं से दूर रहना चाहिए। ये दवा कोविड के खिलाफ कारगर नहीं है।  इसकी जगह 60 प्रतिशत एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर्स का ही प्रयोग करें। क्योंकि ये हाथ पर जमे वायरस को भी नष्ट करने में कारगर नहीं हैं।

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ना करें आयुर्वेदिक इलाज 

कोविड-19 की इस महामारी के दौरान आर्यवेदिक दवाओं को लेकर कई अफवाहें भी सामने आईं और कई लोग तो बिना डॉक्टर्स की सलाह के बिना ही इसका इस्तेमाल करने लगते हैं। ऐसे में ऐसा करना उनके स्वास्थ्य के लिए गलत साबित हो सकता है। इसलिए, ऐसा कुछ करने से पहले डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें।  

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शरीर में हाइड्रेट की ना होने दें कमी

इस खतरनाक वायरस के दौरान आपको आपके शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हाइड्रेट होना जरूरी है। खासकर जब आपका शरीर कोरोना जैसे खतरनाक संक्रमण से जूझ रहा हो तब तो और भी। हाइड्रेट की कमी को दूर करने के लिए पानी और फाइबर का भरपूर इस्तेमाल करना चाहिए। 
 

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लहसुन हो सकता है फायदेमंद

पुराने जमाने से अदरक, लहसुन और हल्दी जैसे गुणकारी मसालों का उपयोग बीमारियों के इलाज के लिए होता आ रहा है। लहसुन रोगों से लड़ने की ताकत देता है। इसमें एलिसिन नाम का तत्व पाया जाता है, जो कि आपके इम्यून सेल्स को मजबूत बनाता है। ऐसे में घर पर रिकवर हो रहे मरीज डॉक्टर्स की सलाह लेकर इनका इस्तेमाल कर सकते हैं। 

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लहसुन को लेकर कहा जाता है कि ये प्रीबायोटिक के तौर पर पेट के माइक्रोफ्लोरा के लिए काफी अच्छा माना जाता है। ये पेट के लिए अच्छा और फायदेमंद भी माना जाता है। हालांकि, इसका बेहद ही कम मात्रा में सेवन करना चाहिए। 
 

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