44% लोगों की सेक्स लाइफ में आई गिरावट, ज्यादा खेला गया पजल्स गेम, कोरोना ने 1 साल में कैसे बदली जिंदगी?
हेल्थ डेस्क। एक साल पहले कोरोनावायरस महामारी (Covid-19) ने लोगों की जिंदगी पर सबसे ज्यादा असर डाला। जहां तक जरूरी काम करने वाले लोग जॉब में लगे रहे, वहीं बड़े पैमाने पर अमेरिका और दुनिया के दूसरे हिस्सों में बड़े पैमाने पर लोग अपने घरों तक सीमित हो गए। ऐसा लगने लगा कि मानो जिंदगी ठहर-सी गई हो। कोरोना महामारी का लोगों की लाइफस्टाइल पर सबसे ज्यादा असर पड़ा। उनकी आदतों से लेकर हेल्थ, रिलेशनशिप और भविष्य की योजनाओं पर भी इसका प्रभाव पड़ा। हालांकि, कोरोना का जो असर रहा, उसे आकंड़ों में पूरी तरह नहीं बताया जा सकता है, लेकिन फिर भी उनसे लोगों की जिंदगी में आए बदलावों के बारे में अंदाज तो मिलता ही है। जानें इसके बारे में।
Asianet News Hindi | Published : Apr 7, 2021 7:12 AM IST / Updated: Apr 07 2021, 12:51 PM IST
आंकड़ों से यह भी पता चला कि अमेरिका में साल 2020 में 39 फीसदी कपल्स ने अपने वेडिंग प्लान को आगे बढ़ा दिया यहा रिसेप्शन को कैंसल कर दिया, वहीं 15 फीसदी लोगों ने विवाह की योजना को ही स्थगित कर दिया।
कोरोना की वजह से लोगों की सेक्स लाइफ पर भी असर पड़ा। 44 फीसदी वयस्क अमेरिकी लोगों का मानना था कि उनकी सेक्स लाइफ में गिरावट आई है, वहीं 14 फीसदी ने माना कि इसमें सुधार हुआ।
महामारी के दौरान जहां 20 फीसदी अमेरिकी लोगों ने कम नींद ली, वहीं 10 फीसदी लोगों ने ज्यादा नींद ली। जून 2020 में यूएस इन्श्योरेंस क्लेम जो टेलीहेल्थ से संबंधित थे, बढ़ कर 7 फीसदी हो गए। जून 2019 में ये 0.16 फीसदी थे।
कोरोना महामारी के दौरान लोगों ने अपना ज्यादा समय पजल्स गेम में बिताया। साल 2020 में पजल वेयरहाउस के मुताबिक, लोगों ने तीन गुना ज्यादा पजल खरीदे। इसके अलावा, लोगों ने स्मार्टफोन और कम्प्यूटर पर ज्यादा वक्त बिताया। साल 2019 के मुकाबले यह 3 घंटे 20 मिनट औसत ज्यादा था।
अमेरिका में लोगों ने कोरोना काल में बेकिंग में ज्यादा समय दिया। यीस्ट का सेल मार्च 2020 में पहले की तुलना में 4 गुना ज्यादा हो गया और पूरे साल दोगुना रहा। इसके अलावा एयर ट्रैवल में काफी कमी आई। जहां 2019 में एयर ट्रैवल करने वाले लोगों की संख्या 4.5 बिलियन थी, 2020 में यह 1.8 बिलियन रह गई।
कोरोना महामारी के दौरान जुलाई महीने में औसतन घरों में स्ट्रीमिंग वीडियो पिछले साल की तुलना में दोगुना देखा गया। जहां तक स्कूलों का सवाल है, केजी से क्लास 12 तक के 50.7 मिलियन पब्लिक स्कूल बंद हो गए। फिलहाल, 5 में से सिर्फ 1 बच्चा ऑनलाइन क्लास अटेंड करता है।
कोरोना महामारी के दौरान 5 से 12 साल की उम्र के 77 फीसदी बच्चों ने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस का इस्तेमाल किया। यह अगस्त, 2020 का आंकड़ा है। महामारी के पहले सिर्फ 35 फीसदी बच्चे इनका इस्तेमाल करते थे। इसके साथ ही पब्लिक लाइब्रेरी के लिब्बी ऐप (Libby App) के जरिए ई-बुक और ऑडियो बुक की मांग मार्च से 51 फीसदी बढ़ गई। पहले यह सिर्फ 23 फीसदी थी।
महामारी के दौरान जहां 6 में 1 हेल्थ क्लब और जिम 2020 में बंद हो गए, वहीं Peloton's के क्वार्टर्ली रेवेन्यू में जून में 172 फीसदी का उछाल आया। इसके अलावा 78 फीसदी अमेरिकी लोगों ने मेडिकल सर्विस लेने में 3 महीने तक देर की। ऐसा फरवरी 2021 तक जारी रहा।
कोरोना महामारी के दौरान 13 फीसदी घरों में छुट्टियां बिताने पर पैसे खर्च किए गए, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 30 फीसदी था। 40 फीसदी उपभोक्ताओं ने होम डिलिवरी ऐप्स का इस्तेमाल पहली बार शुरू किया। ऑनलाइन मार्केट प्लेस Etsy ने 53 मिलियन फेसमास्क अप्रैल से सितंबर, 2020 तक बेचा। इसके साथ ही टॉयलेट पेपर्स के सेल में भी मार्च 2021 तक काफी बढ़ोत्तरी देखी गई।
हैंड सेनिटाइजर की बिक्री में मार्च 2020 तक 261 फीसदी तक की बिक्री बड़ी और पूरे साल में यह बढ़ कर 624 फीसदी पर पहुंच गई। इसके अलावा DoorDash के जरिए फूड डिलिवरी 816 मिलियन तक पहुंच गई। यह कंपनी के 2019 में मिले ऑर्डर से 3 गुना ज्यादा थी। पायजामा के ऑनलाइन सेल में मार्च 2020 से अप्रेल 2020 के बीच 143 फीसदी की वृद्धि हुई, वहीं पैंट की बिक्री में 13 फीसदी और ब्रा की बिक्री में 12 फीसदी की गिरावट आई।