कभी टेंट में सोए
क्रिकेटर बनने के लिए यशस्वी 10 साल की उम्र में मुंबई आ गए। उनके रिश्तेदार संतोष का घर मुंबई के वर्ली में है, लेकिन वहां रहना भी मुश्किल था। ऐसा इसलिए क्योंकि उनका घर बहुत छोटा था। इसलिए मुस्लिम यूनाइटेड क्लब के मैनेजर संतोष ने वहां के मालिक से गुजारिश करके यशस्वी के रूकने की व्यवस्था करा दें। व्यवस्था हुई और यशस्वी को वहां ग्राउंड्समैन के साथ टेंट में रहना पड़ता था।