गणेश दिल्ली के लाजपन नगर के एक गैराज में मैकेनिक थे। लॉकडाउन के बाद गैराज बंद हो गया। मालिक ने उन्हें 16000 रुपए दिए। लेकिन डेढ़ महीने बाद पैसे खत्म होने लगे, तो परिवार घबरा उठा। उनका घर दिल्ली से 1500 किमी दूर है। जब जेब में सिर्फ 5000 रुपए बचे, तो गणेश ने हिम्मत करके एक पुराना रिक्शा खरीदा और घर को निकल पड़े। रास्ते में यूपी पुलिस ने उन्हें रोका। लेकिन जब गणेश की पीड़ा सुनी, तो पुलिसवालों ने उन्हें एक छोटा गैस सिलेंडर भरवाकर दे दिया। वहीं जिससे रिक्शा खरीदा, उसने भी 200 रुपए कम दिए। इतने पैसे लेकन गणेश घर को निकल पड़े।