आखिर कितने पढ़े लिखे हैं झारखंड के होने वाले CM, मां नहीं चाहती थी बेटा राजनीति में आए
रांची. झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं। रुझानों में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस महागठबंधन को जनादेश मिलता दिख रहा है। हेमंत सोरेन राज्य के अगले मुंख्यमंत्री बनेंगे। यह तस्वीर लगभग साफ होती हुई दिखाई दे रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनकी मां नहीं चाहती थीं कि वह राजनीति में आए। वह अपने बेटे यानि हेमंत को इंजीनियर बनाना चाहती थीं।
Asianet News Hindi | Published : Dec 23, 2019 11:38 AM IST / Updated: Dec 23 2019, 05:40 PM IST
हेमंत सोरेने की मां रूपी सोरेन चाहती थी उनका बेटा इंजीनियर बने। इसके लिए उन्होंने रांची के BIT मेसरा में एडमिशन लेकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की। हालांकि पारिवारिक वजहों के कारण उनको बीच में ही अपनी डिग्री अधूरी छोड़कर राजनीतिक ज्वाइन कर ली।
हेमंत के दो भाई और एक बहन हैं। एक का नाम बसंत तो दूसरे का नाम दुर्गा है। वहीं इकलौती बहन का अंजलि है। हालांकि यह तीनों राजनीति में सक्रिय नहीं हैं।
हेमंत ने कल्पना सोरेन से शादी की है जिनसे उनके दो बेटे निखिल और अंश हैं। जानकारी के मुताबिक, कल्पना सोरेन एक निजी स्कूल की संचालक हैं। वह समाजसेवी कार्यों में वयस्त रहती हैं।
वैसे तो हेमंत को राजनीति विरासत में मिली है। उनके पिता राज्य की तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। खुद हेमंत भी 2013 को पहली बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।