धनबाद, झारखंड. यह तस्वीर देश की स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत दिखाती है। ऐसी खटिया एम्बुलेंस देश के कई ग्रामीण अंचलों में देखने को मिल जाएंगी। यह मामला राज्य के बेहद पिछड़े इलाके संताल में रविवार को देखने को मिला। लिट्टीपाड़ा प्रखंड के जोराडीहा गांव के रहने वाले 50 साल के बीमार टुयलो मुर्मू की जान बचाने उसके बेटे और परिजन उन्हें खटिया पर लिटाकर अस्पताल भागे। शर्मनाक बात यह है कि ब्लॉक मुख्यालय से यह गांव सिर्फ 5 किमी दूर है। परिजनों ने कई बार 108 को कॉल किया। लेकिन एम्बुलेंस नहीं आनी थी, सो नहीं आई। सबसे बड़ी बात राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इसी इलाके से आते हैं। आगे पढ़िए इसी घटना के बारे में...