खेल-खेल में चले तीर हुए दिलों के पार..अब 7 फेरे लेने जा रहे 2 अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज.. एक प्यार ऐसा भी

Published : Jun 29, 2020, 10:40 AM ISTUpdated : Jun 29, 2020, 01:05 PM IST

रांची, झारखंड. यह हैं अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज दीपिका कुमार और अतनु दास। दोनों की मुलाकात एक वर्ल्डकप के दौरान हुई थी। दोनों के नैनों के तीर इस कदर निशाने पर बैठे कि दिलाें के आर-पार हो गए। प्यार का यह रिश्ता अब 7 फेरों में बंधने जा रहा है। रविवार को हल्दी की रस्म के साथ ही शादी समारोह की शुरुआत हुई। हल्दी की रस्म के दौरान दीपिका पीली साड़ी पहने हुए थीं। 30 जून को इनकी शादी होगी। बता दें कि दीपिका को खेल में उनके बेहतर योगदान के लिए पद्मश्री मिल चुका है। दीपिका के पिता आज भी ऑटो चलाते हैं। लेकिन उन्होंने अपनी बेटी के सपने का पूरा करने कोई कसर नहीं छोड़ी। चूकिं शादी कोरोनाकाल में हो रही है, लिहाजा गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। बताया जाता है कि शादी में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी सहित मुख्यमंत्री, राज्यपाल आदि शामिल हो सकते हैं। इस शादी का पहला कार्ड दीपिका की मां ने जमशेदपुर में रहने वाले कोच धर्मेंद्र तिवारी को भेजा था। परिजन बताते हैं कि शादी में दोनों पक्षों के लोग अलग-अलग रंग के मास्क पहनेंगे। शादी में सिर्फ 50 लोग ही शामिल होंगे।

PREV
18
खेल-खेल में चले तीर हुए दिलों के पार..अब 7 फेरे लेने जा रहे 2 अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज.. एक प्यार ऐसा भी

दीपिका और अतनु की सगाई दिसंबर, 2018 में दीपिका के पैतृक गांव रातू चट्टी में हुई थी। दीपिका के पिता शिवनारायण प्रजापति उर्फ छोटन और मां गीता ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते शादी में कम लोग ही शामिल होंगे। अतनु मूलरूप से कोलकाता के रहने वाले हैं।

28

अतनु और दीपिका पहचान 12 साल पहले खेल के दौरान हुई थी। दोनों वर्ल्ड कप में शामिल होने गए थे। तभी एक-दूसरे को दिल दे बैठे। दीपिका के अनुसार अतनु बेहद मिलनसार हैं। यही वजह रही कि वो एक-दूसरे के करीब आ गए।

38

दीपिका को पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने पद्मश्री दिया था। बताते हैं कि जब दीपिका ने खेलों में भाग लेने शुरू किया, तब उनके पास कहीं आने-जाने तक के लिए पैसे नहीं थे। पहली बार जब वे किसी कॉम्पिटीशन में शामिल होने जा रही थीं, तब पिता से 10 रुपए लिए थे।

48

दीपिका को अर्जुन अवार्ड भी मिल चुका है। वे 2011 से 13 तक लगातार 3 वर्ल्ड कप में रजत पदक जीत चुकी हैं। दीपिका शुरू में बांस के धनुष-तीरों से प्रैक्टिस किया करती थीं।

58

अतनु ने 2008 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। इनकी मुलाकात कोलंबिया के मेडलिन में आयोजित वर्ल्ड कप के दौरान हुई थी। यहां दोनों ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसी मैच के बाद अतनु ने दीपिका का प्रपोज किया था। हालांकि तब दीपिका ने मना कर दिया था।

68

दीपिका के पिता शिवनारायण आज भी ऑटो चलाते हैं। भले उनकी बेटी ने खेलों में बेहतर प्रदर्शन करके खूब मेडल जीत लिए हों, नाम और पैसा अर्जित कर लिया हो।

78

अतनु ने 14 साल की उम्र में तीरंदाजी शुरू की थी। इनका जन्म 5 अप्रैल, 1992 को कोलकाता में हुआ था। दीपिका कहती हैं कि अक्टूबर, 2018 में उन्होंने शादी का फैसला किया था।

88

दीपिका ने 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में एकल और टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया था। इसके बाद 2011, 2012 में एकल स्पर्धा में और विश्व कप के 2013 संस्करण में रजत पदक हासिल किया था।

झारखंड की सरकार, खनन-उद्योग, आदिवासी क्षेत्रों की खबरें, रोजगार-विकास परियोजनाएं और सुरक्षा अपडेट्स पढ़ें। रांची, जमशेदपुर, धनबाद और ग्रामीण इलाकों की ताज़ा जानकारी के लिए Jharkhand News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — विश्वसनीय स्थानीय रिपोर्टिंग सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories