ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में शनि (Shani Dev) का विशेष महत्व है। धर्म ग्रंथों में इस ग्रह को न्यायाधीश कहा गया है। यानी मनुष्यों को उनके अच्छे-बुरे कर्मों का फल यही ग्रह प्रदान करता है। जब भी इसकी स्थिति में कोई बदलाव होता है तो यह एक महत्वपूर्ण घटना होती है। ज्योतिष की दृष्टि से शनि के उदय और अस्त जैसी स्थितियां भी काफी महत्व रखती हैं। सामान्य तौर पर, शनि का अस्त होना देरी, रुकावट, दुख, ऋण और पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा होता है, लेकिन वास्तव में, शनि का प्रभाव हर व्यक्ति में जन्म कुंडली के अनुसार अलग-अलग होता है। वर्तमान स्थिति को देखें तो शनि 22 जनवरी 2022 को अस्त हुआ था। 33 दिन इसी स्थिति में रहने के बाद अब ये ग्रह 26 फरवरी को मकर राशि में उदय होने जा रहा है। हालांकि पंचांग भेद के कारण इसके उदय होने की तारीखों में मतभेद है। शनि के उदय होने से कुछ राशि लोगों को फायदा होने के योग बन रहे हैं। आगे जानिए कौन-सी हैं वो राशियां और उन पर होने वाला प्रभाव…