- गुरुवार की सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद व्रत-पूजा का संकल्प लें।
- इसके बाद शिवजी का अभिषेक शुद्ध जल से करें।
- इसके बाद पंचामृत से अभिषेक करें और दोबारा शुद्ध जल चढ़ाएं।
- बिल्व पत्र, धतूरा, आंकड़ा, फूल, फल, भांग आदि चीजें शिवजी को चढ़ाएं।
- ये सभी चीजें चढ़ाते समय ऊं नम: शिवायं मंत्र का जाप करते रहें।
- इसके अपनी इच्छा अनुसार भोग लगाएं और आरती करें।