उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र में शनि को न्याय करने वाला माना गया हैं। शनि महाराज अच्छे कर्म करने वालों को अच्छे फल, जबकि बुरे कर्म करने वालों को दंडित करते हैं। जरुरी नहीं कि हर व्यक्ति को शनि की दशा में कष्ट और परेशानियों का सामना करना पड़े। कुंडली में शनि की प्रतिकूल स्थितियां होने पर शनि महाराज अपनी दशा, अन्तर्दशा, महादशा, साढ़ेसाती और ढय्या में सताते हैं। ये संकेत बताते हैं कि आपकी कुंडली में शनि भारी है...