उज्जैन. सौर मंडल का सबसे चमकदार ग्रह है। वैदिक ज्योतिष (Vedic astrology) शास्त्र में शुक्र के राशि परिवर्तन को काफी महत्वपूर्ण माना गया है। शुक्र ग्रह को भौतिक सुख, संपन्नता, कला शोहरत, भोग विलासिता, सौन्दर्य, काम वासना और ऐश्वर्य आदि का कारक माना जाता है। शुक्र को वृष और तुला राशि का स्वामी माना जाता है। कन्या राशि शुक्र ग्रह की नीच राशि और मीन की उच्च राशि होती है। भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा जैसे नक्षत्रों के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। इसका फायदा किन राशि वालों को होगा, आगे जानिए…