उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र में राहु को बुरा और अशुभ ग्रह माना गया है। कुंडली में राहु के अशुभ भाव में होने से जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बीमारियां और असफलता पीछा करने लगती हैं। राहु और केतु का संयोग कालसर्प योग का निर्माण करते हैं। आइए जानते हैं राहु और अन्य ग्रहों के साथ जब जब युति बनाता है तब-तब इसका क्या प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है…