महात्मा गांधी जयंती: बापू के इन 10 अनमोल वचन आपके जीवन के लिए है बहुत जरूरी

लाइफस्टाइल डेस्क : 2 अक्टूबर का दिन हर भारतीय के लिए बहुत खास होता है। इस दिन हमारे राष्ट्रपिता यानी कि मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म हुआ था। सिर्फ भारत में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बापू की जयंती मनाई जाती है। वह एक ऐसे महान नेता ,थे जिन्होंने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। साथ ही समाज को सुधारने और अहिंसा की राह पर चलने के लिए लोगों को प्रेरित भी किया। ऐसे में महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर हम आपको बताते हैं, उनके 10 ऐसे अनमोल विचार जो आपका मार्गदर्शन कर सकते हैं और आपकी जिंदगी को बदल सकते है। इन्हें आप अपने करीबियों और दोस्तों को शेयर भी कर सकते हैं, ताकि बापू की जयंती पर उनके अनमोल विचार जानकर उन्हें अपने जीवन में चरितार्थ कर सकें...
 

Asianet News Hindi | / Updated: Oct 01 2022, 06:30 AM IST

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महात्मा गांधी जयंती: बापू के इन 10 अनमोल वचन आपके जीवन के लिए है बहुत जरूरी

विश्व के सभी धर्म, भले ही और चीजों में अंतर रखते हों, लेकिन सभी इस बात पर एकमत हैं कि दुनिया में कुछ नहीं बस सत्य जीवित रहता है- महात्मा गांधी
 

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आप तब तक यह नहीं समझ पाते की आपके लिए कौन महत्त्वपूर्ण है जब तक आप उन्हें वास्तव में खो नहीं देते- महात्मा गांधी

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पृथ्वी सभी मनुष्यों की जरूरत पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है, लेकिन लालच पूरा करने के लिए नहीं- महात्मा गांधी

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पूर्ण धारणा के साथ बोला गया "नहीं" सिर्फ दूसरों को खुश करने या समस्या से छुटकारा पाने के लिए बोले गए "हां" से बेहतर है- महात्मा गांधी

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हमेशा अपने विचारों, शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें। हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जायेगा- महात्मा गांधी

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आप मानवता में विश्वास मत खोइए। मानवता सागर की तरह है, अगर सागर की कुछ बूंदे गंदी हैं, तो सागर गंदा नहीं हो जाता है- महात्मा गांधी

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चिंता से अधिक कुछ और शरीर को इतना बर्बाद नहीं करता और वह जिसे ईश्वर में थोडा भी यकीन है उसे किसी भी चीज के बारे में चिंता करने पर शर्मिंदा होना चाहिए- महात्मा गांधी
 

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निरंतर विकास जीवन का नियम है, और जो व्यक्ति खुद को सही दिखाने  के लिए हमेशा अपनी रूढ़िवादिता को बरकरार रखने की कोशिश करता है वो खुद को गलत स्थिति में पंहुचा देता है- महात्मा गांधी

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प्रार्थना मांगना नहीं है। यह आत्मा की लालसा है। यह हर रोज अपनी कमजोरियों की स्वीकारोक्ति है। प्रार्थना में बिना वचनों के मन लगाना, वचन होते हुए मन ना लगाने से बेहतर है- महात्मा गांधी

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हो सकता है आप कभी ना जान सकें कि आपके काम का क्या परिणाम हुआ, लेकिन यदि आप कुछ करेंगे नहीं तो कोई परिणाम नहीं होगा- महात्मा गांधी
 

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