लाइफस्टाइल डेस्क: कंपटीशन के दौर में हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा अव्वल आए और स्कूल में बेस्ट परफॉर्मेंस दें। इसके लिए वह स्कूल की पढ़ाई के साथ बचपन से ही उन्हें एक्स्ट्रा ट्यूशन लगा देते हैं। उन्हें लगता है कि इससे उनके बच्चे का दिमाग तेजी से विकसित होगा और वह क्लास में टॉप करने लगेगा। लेकिन कई बार इस एक्स्ट्रा प्रेशर के चलते बच्चों का दिमाग पढ़ाई के बोझ तले और कमजोर हो जाता है। ऐसे में पेरेंट्स का सवाल होता है कि किस उम्र में बच्चों को ट्यूशन लगाना चाहिए और अगर घर में उन्हें पढ़ाएं तो कैसे पढ़ाना चाहिए? तो चलिए आपको बताते हैं कि छोटे बच्चों को किस तरह से आपको पढ़ाना चाहिए...