जी हां, लोहड़ी पर दुल्ला भट्टी की लोककथा बहुत मशहूर है। दुल्ला भट्टी मुगल शासकों के समय का एक बहादुर योद्धा था। मुगल शासक एक गरीब ब्राह्मण की दो लड़कियों सुंदरी और मुंदरी के साथ विवाह करना चाहता था, जबकि उनका विवाह पहले से कहीं और तय था। दुल्ला भट्टी ने लड़कियों को मुगल शासक के चंगुल से छुड़वाकर उनकी शादी करवाई। उस समय उसके पास और कुछ नहीं था, इसलिए एक शेर शक्कर उनकी झोली में डाल कर उन्हें विदा किया। दुल्ला भट्टी की कहानी को आज भी पंजाब के लोक-गीतों में सुना जा सकता है।