Mahatma Gandhi Punyatithi: युवाओं को अनुशासन से लेकर संयम तक सिखाते हैं बापू के ये 10 वचन

Published : Jan 30, 2022, 05:42 AM IST

लाइफस्टाइल डेस्क : 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि (Mahatma Gandhi Punyatithi) है। इसी दिन 1948 के दिन नाथूराम गोडसे ने उनकी हत्या कर दी थी। उन्होंने अपना जीवन बेहद ही सादगीपूर्ण तरीके सी जिया। छोटे कद के दुबले पतले से गांधी जी सभी के प्रेरणास्रोत हैं। गांधी जी ने ना सिर्फ देश को आजादी दिलाई बल्कि उनका पूरा जीवन ही लोगों के समर्पित रहा। उनके कुछ उपदेश ऐसे हैं, जो आज के युवाओं को अनुशासन से लेकर संयम तक सीखाते हैं। आइए आज हम आपको बताते हैं, महात्मा गांधी के ऐसे वचन, जिसका अनुसरण हर व्यक्ति को करना चाहिए...  

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Mahatma Gandhi Punyatithi: युवाओं को अनुशासन से लेकर संयम तक सिखाते हैं बापू के ये 10 वचन

महात्मा गांधी का उपदेश है कि'कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता है, क्षमाशीलता ताकतवर की निशानी है'- गांधी जी

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महात्मा गांधी ने हमें सिखाया है कि  'मौन रहना सबसे सशक्त भाषण है। धीरे-धीरे ये दुनिया आपको जरूर सुनेगी'

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'इस तरह से जिएं जैसे आप कल मरने वाले हैं। इस तरह से सीखें जैसे आप सालों तक जीवित रहने वाले हैं'- महात्मा गांधी 

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महात्मा गांधी ने प्यार के बारे में बात करते हुए कहा था कि 'कोई कायर प्यार नहीं कर सकता है, यह तो बहादुर की निशानी है'

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'पहले वो आपको अनदेखा करेंगे, उसके बाद आप पर हंसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे, और तब आप जीत जाएंगे'- महात्मा गांधी 

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'किसी देश की महानता और उसकी नैतिक उन्नति का अंदाजा हम वहां जानवरों के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते हैं'- महात्मा गांधी 

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'आप जो करते हैं वह नगण्य होगा, लेकिन आपके लिए वह करना बहुत अहम है, हम जो करते हैं और हम जो कर सकते हैं, इसके बीच का अंतर दुनिया की ज्यादातर समस्याओं के समाधान के लिए पर्याप्त होगा'- महात्मा गांधी 

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महात्मा गांधी ने हमें सिखाया है कि 'व्यक्ति अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है, वह जो सोचता है, वह बन जाता है'  

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महात्मा गांधी का उपदेश है कि 'गौरव लक्ष्य पाने के लिए कोशिश करने में हैं, न कि लक्ष्य तक पहुंचने में'

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महात्मा गांधी ने हमें सिखाया है कि  'ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं आती है, यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है'

 

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