कौन है 13 साल का लड़का, कमलनाथ सरकार बचाने के लिए आया आगे, कहा, जल्द आएगी गुड न्यूज
भोपाल. मध्य प्रदेश की सरकार के ऊपर संकट के बादल छाए हुए हैं। कांग्रेस की तमाम दिग्गज नेता सरकार को बचाने के लिए एड़ी-चोटी की जोर लगा रहे हैं। वहीं इसी बीच एक 13 साल का लड़का कमलनाथ सरकार को बचाने के लिए सीएम हाऊस के सामने धरने पर बैठा है। दरअसल, इस लड़के का नाम लक्ष्य गुप्ता है और उसने फिलहाल कक्षा आठवीं की परीक्षा दी है। लक्ष्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बहुत बड़ा फैन हैं। सीएम कमलनाथ को अपना राजनीतिक गुरू और अपने आप को उनका शिष्य बता रहा है। उसका कहना है कि मुख्यमंत्री जी लिए में कुछ भी कर सकता हूं।
Asianet News Hindi | Published : Mar 18, 2020 8:17 AM IST / Updated: Mar 18 2020, 02:22 PM IST
मीडिया से बात करते हुए लक्ष्य का कहना है कि कमलनाथ जी के पास प्रदेश को आगे ले जाने और विकास करने का फुल प्लान है। वह ही अपने प्रदेश का भला कर सकते हैं। मैं जब तक धरने पर बैठा रहूंगा तब तक की उनके ऊपर से यह सियासी घटनाक्रम नहीं घट जाते।
लक्ष्य ने कहा-मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं की मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बच जाए। इतना ही नहीं 10 साल तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ही रहें। जल्द ही सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी और अच्छी खबर हम सबके सामने आएगी। वह राजनीति के साथ-साथ एक सफल बिजनेसमैन भी हैं। उनके पास प्रदेश के सभी बेरोजगारों को रोजगार देने का प्लान है।
बता दें कि लक्ष्य अपने साथ एक पोस्टर लेकर साथ आया है। जिसमें लिखा हुआ है मुझे मेरे मुख्यमंत्री पर गर्व है.... ईश्वर आपके साथ हैं...... प्रदेश की जनता आपके साथ है। ..... और मैं आपके साथ हूं......
लक्ष्य ने बताया कि जब कमलनाथ सांसद थे तो मैंने अपने स्कूल में उनको लेकर एक स्पीच दी थी। जिसमें मैंने कहा था कि प्रदेश की जनता को आपकी जरूरत है और आप ही मुख्यमंत्री बनेंगे।
लक्ष्य ने बताया-मैं कमलनाथ जी से मिल भी चुका हूं और मैंने उनको प्रदेश की सरकारी अस्पतालों की दयनीय हालत के सुधार को एक मास्टर प्लान भी दिया। इस बारे में उन्होंने कहा कि जल्द ही इसके बारे में सोचता हूं।
कांग्रेस पार्टी से बगावत के बाद मध्यप्रदेश के 22 विधायक बेंगलुरु के रामदा होटल में ठहरे हुए हैं। विधायकों ने कमलनाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए 10 मार्च को अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेजा है। स्पीकर ने 6 विधायकों का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया है। गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद से ही मध्यप्रेदश की कमलनाथ सरकार संकट में घिरी हुई है।