शव यात्रा में भी दिखा कोरोना का खौफ! पिता की अर्थी को मास्क लगाकर कंधा दे रहे थे बेटे और पोते
जबलपुर, कोरोना का खौफ भारत में लगातार बढ़ता जा रहा है। पीएम मोदी की अपील के बाद आज यानी रविवार सुबह 7 बजे से देश भर में जनता कर्फ्यू लागू हो गया।देश के सभी शहरों की साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। अधिकांश सड़कों पर एक भी वाहन नजर नहीं आ रहा है। सुबह जल्दी खुली दूध की डेयरियां भी अब अधिकांश बंद हो चुकी है। सड़कों पर एकदम सन्नाटा पसरा है। इतना ही नहीं कोरोना का खौफ जबलपुर में एक बुजुर्ग की मौत के बाद अंतिम यात्रा में भी देखने को मिला
Asianet News Hindi | Published : Mar 22, 2020 5:12 AM IST / Updated: Mar 22 2020, 10:44 AM IST
आलम यह है कि जबलपुर के ग्वारीघाट मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए जा रहे शवों के साथ गिनती से चार या पांच लोग ही दिखाई दिए। उनकी अंतिम यात्रा में ना तो कोई 'राम-राम सत्य है' बोल रहा है और ना ही कोई मातम मनाता दिख रहा है। प्रशासन की तरफ से सिर्फ मृतक के घरवाले ही शव यात्रा में शामिल हो सकते हैं।
आलम यह है कि जबलपुर के ग्वारीघाट मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए जा रहे शवों के साथ गिनती से चार या पांच लोग ही दिखाई दिए। उनकी अंतिम यात्रा में ना तो कोई 'राम-राम सत्य है' बोल रहा है और ना ही कोई मातम मनाता दिख रहा है। प्रशासन की तरफ से सिर्फ मृतक के घरवाले ही शव यात्रा में शामिल हो सकते हैं।
रविवार के दिन जबलपुर में एक बुजुर्ग की किसी दूसरी बीमरी की वजह से मौत हुई तो उसकी अंतिम यात्रा में सिर्फ पांच लोग ही दिखे। उन्होंने अपने मुंह पर मास्क लगाया हुआ था। वहीं उनके जेब में सेनेटाइजर की बोतल रखी हुई थी। जानकारी के मुताबिक इस शव यात्रा में मृतक के बेटे और पोते शामिल थे।
प्रदेशभर में जनता कर्फ्यू का असर नजर आ रहा है। ग्वालियर, भोपाल, जबलपुर, कटनीसहित तमाम शहरों की सड़कें सूनी हैं और दुकानें बंद हैं। सड़क से लेकर मंदिर तक सब जगह सन्नाटा छाया हुआ है।
जनता कर्फ्यू का असर भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर भी साफ तौर पर देखा जा सकता है। जहां कल तक हाजरों यात्री देखते थे, लेकिन आज का नजारा बदला हुआ है। एक भी पैसेंजर यहां पर नजर नहीं आ रहा है। हर तरफ सिर्फ सन्नाटा ही दिख रहा है।
दरअसल, जबलपुर में कोरोना वायरस के 4 पॉजिटिव मरीज पाए गए थे। सराफा कारोबारी मुकेश अग्रवाल और उनके परिवार के 2 सदस्य दुबई से लौटे थे। इन संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से 22 युवक और संदिग्ध मिले थे। इसके बाद से शहर में लोग कोरोना वायरस को लेकर दहश्त में है। हर तरफ सिर्फ सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस ने मुकेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। क्योंकि उन्होंने ना डॉक्टरों से अपनी जांच करवाई औ ना ही वह अपने घर में रहे। उन पर आरोप है कि व्यापारी की लापरवाही की वजह से परिवार के अन्य लोग संक्रमित हुए हैं।
शनिवार रात 12 बजे से कलेक्टर के आदेश के बाद जबलपुर संभाग के कई जिलो को लॉकडाउन कर दिया गया है। इतना ही नहीं एक जिले से दूसरे जिले में आने वाले लोगों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके साथ ही इन जिलों में धारा 144 भी 31 मार्च तक लागू कर दी है। नरसिंहपुर जिला 21 मार्च से 5 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकलेगा और किसी को बिना अनुमति के जिले में प्रवेश नहीं मिलेगा।
बता दें कि जबलपुर में रोज मां नर्मदा के घाट पर होने वाली आरती पर भी प्रशासन ने रोक लगा दी है। अगर करना ही हो तो सिर्फ एक पुजारी ही आरती करेगा। ना कि वहां कोई भीड़ जमा होगी। इतना ही नहीं सभी बाजार और दुकानों को बंद करने के सिटी एसपी ने आदेश जार कर दिए हैं। वहीं लोगों से दो दिन तक अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है।