जब शिवराज सिंह चौहान शहीद के घर पहुंचे, तो वीरांगना का साहस देखकर उनकी आंखें नम हो गईं। उन्होंने कहा कि जब तक देश में ऐसे वीर हैं, दुश्मन सिर उठाकर नहीं देख सकता। प्रदेश सरकार ने शहीद के परिजनों को एक करोड़ की आर्थिक सहायता और उनकी पत्नी को सरकारी सेवा में लेने की घोषणा की।