भोपाल, मध्य प्रदेश. लद्दाख की गालवन घाटी में चीनी सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए रीवा जिले के रहने वाले दीपक का शुक्रवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान हजारों लोग भारत मात के जयकारे लगाते रहे। 21 साल के दीपक की 8 महीने पहले ही शादी हुई थी। वे होली मनाकर ड्यूटी पर लौटे थे। उनकी पत्नी ने शादी के लाल जोड़े में अपने बहादुर पति को विदा किया। इस मौके पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने शहीद की अर्थी को कंधा दिया। उनके साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा भी थे। होली पर जब वो घर आए थे, तब अपनी दुल्हन से वादा करके गए थे कि जल्द फिर मुलाकात होगी। लेकिन अब तिरंगे में लिपटा उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा। उनका पार्थिव शरीर लेह से रीवा और फिर वहां से उनके मनगवां इलाके के गांव फरेहदा लाया जाएगा। बता दें कि 'हिंदी-चीनी भाई-भाई' की मर्यादा और रिश्तों को भुलाकर चीनी सैनिकों ने लद्दाख बॉर्डर पर जो खूनी खेल रचा..वो बेहद शर्मनाक है। चीनी सैनिकों की कायरतापूर्ण हरकतों का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने अपने 20 जवान खो दिए। इसमें 40 से ज्यादा चीनी सैनिकों की मौत की भी खबर है। जानिए एक बहादुर शहीद की कहानी..