दरअसल, सबसे पहले परिवार के मुखिया बालकिसन गर्ग की पत्नी चंद्रकला (75) की 14 अप्रैल को कोरोना से सांसे थम गईं थीं। इसके दो दिन बाद बेटे संजय (51) और फिर छोटे बेटे स्वप्नेश (48) की मौत हो गई। वहीं अपने पति-जेठ और सास की मौत के बाद छोटी बहू रेखा गर्ग को इतना गहरा सदमा लगा कि उसने 21 अप्रैल को अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अभी बच्चे और बुजुर्ग बिलख ही रहे थे कि एक दिन पहले घर की बड़ी बहू रितु (45) का इंदौर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।