ज्योतिरादित्य के इस्तीफे पर उनके बेटे महाआर्यमन ने कहा ऐसे फैसले के लिए हिम्मत चाहिए
भोपाल. ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद लगभग यह तह हो गया है कि अब मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार गिरने वाली है। सिंधिया के इस फैसले के बाद उनका पूरा परिवार उनके साथ खड़ा है। ज्योतिरादित्य के बेटे महाआर्यमन सिंधिया ने एक ट्वीट में कहा कि मुझे अपने पिता के फैसले पर गर्व है। ऐसा करने के लिए हिम्मत चाहिए।
Asianet News Hindi | Published : Mar 10, 2020 12:53 PM IST / Updated: Mar 10 2020, 06:27 PM IST
ट्वीट के जरिए महाआर्यमन लिखा- ‘इतिहास गवाह है कि मेरा परिवार कभी भी सत्ता का भूखा नहीं रहा। जैसा कि हमने वादा किया था कि हम भारत और मध्य प्रदेश में प्रभावी बदलाव लाएंगे।’
बता दें कि महाआर्यन एमपी की सियासत को लेकर अक्सर सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं। उन्होंने अपने पिता के लिए लोकसभा चुनाव में जमकर प्रचार भी किया था। हालांकि सिंधिया चुनाव हार गए थे।
महाआर्यमन सिंधिया ग्वालियर के सिंधिया परिवार की चौथी पीढ़ी है, जो सियासत में कदम रखने को तैयार हैं। महाआर्यमन ज्योतिरादित्य सिंधिया के इकलौते बेटे हैं। इनके अलावा एक बेटी है अन्नया राजे सिंधिया।
महाआर्यन ने अपनी शुरुआती पढ़ाई पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरह दून स्कूल से की है। आगे की पढ़ाई यूएसए के येल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है।
महाआर्यमन सिंधिया की अपने माता-पिता की तरह राजनीति में दिलचस्पी है। ये अक्सर अपनी मां प्रियदर्शनी राजे सिंधिया के साथ सार्वजानिक मंचों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर चुके हैं। जब भी ग्वालियर आते हैं लोगों के बीच पहुंचते हैं। महाआर्यमन सिंधिया को ग्वालियर के लोग युवराज कहकर संबोधित करते हैं।
महाआर्यमन सिंधिया ग्वालियर के सिंधिया परिवार की चौथी पीढ़ी है, जो सियासत में कदम रखने को तैयार हैं। महाआर्यमन ज्योतिरादित्य सिंधिया के इकलौते बेटे हैं। इनके अलावा एक बेटी है अन्नया राजे सिंधिया।