सीएम शिवराज सिंह चौहान काफी संवेदनशील हैं। वे कमजोर तबकों की परेशानियों को बखूबी समझते हैं। जनसभाओं में खुद को मामा बताने वाले शिवराज ने जानबूझकर यह छवि बनाई ताकि महिलाओं को सशक्तिकरण का अहसास हो। शिवराज भजन गाते हैं, मंदिर जाते हैं, किसी के इनविटेशन पर उसके यहां किसी भी कार्यक्रम में पहुंच जाते हैं। वो प्रदेश की बेटियों के जीवन की जिम्मेदारी उठाने की बात करते हैं ताकि लोगों को उनसे जुड़ाव हो, एक लगाव बन सके।