तब्लीगी जमात के लोगों को CM शिवराज ने दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम, इसके बाद...
भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदेश में अब तक 313 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, वहीं इसमें से 23 की मौत भी हो चुकी है। रोज बढ़ रहे मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन अब सख्त रवैया अपनाने को तैयार हो गए हैं। उन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर प्रदेश में आए तब्लीगी जमात के लोगों को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है। सीएम ने कहा-यह लोग 24 घंटे के अंदर सामने आ जाएं, नहीं तो वह आपराधिक कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
Asianet News Hindi | Published : Apr 8, 2020 10:52 AM IST / Updated: Apr 08 2020, 07:14 PM IST
भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदेश में अब तक 313 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, वहीं इसमें से 23 की मौत भी हो चुकी है। रोज बढ़ रहे मामलो को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन अब सख्त रवैया अपनाने को तैयार हो गए हैं। उन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर प्रदेश में आए तबलीगी जमात के लोगों को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है। सीएम ने कहा-यह लोग 24 घंटे के अंदर 24 घंटे के अंदर सामने आ जाएं, नहीं तो वह आपराधिक कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
सीएम शिवराज ने अफसरों को भीलवाड़ा और कर्नाटक की तारीफ करते हुए वहां का मॉडल एमपी में अपनाने के लिए कहा है। सीएम ने अधिकारियों से कहा है कि कोरोना की रोकथाम में अफसर अपनी पूरी ताकत लगा दें।
भोपाल में कुछ लोगों ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसवालों को पीटा था तब शिवराज सिंह ने कहा था-दोषियों को उनके कुकर्मों का दंड अवश्य मिलेगा। उन्होंने कहा था- दिन रात एक कर जनता को इस महामारी से बचाने में लगे पुलिसकर्मियों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा! "कबूतर" हो या "कचौड़ी", किसी को बख्शा नहीं जाएगा! इन गुंडों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी!
इंदौर में एक के बाद एक शर्मनाक घटनाएं सामने आ रही हैं। जहां कुछ लोग कभी पुलिसवालों के पर पत्थर बरसाते हैं तो कभी डॉक्टरों के साथ अभद्रता करते हैं। ऐसी एक घटना शहर के चंदन नगर इलाके में मंगलवार शाम हुई। जहां पुलिसवालों पर गश्त के दौरान पत्थर बरसाए थे। इन सिपाहियों ने भागकर अपनी जान बचाई थी।
लॉकडाउन के चलते सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ा है। गंजबासौदा के मसूदपुर गांव में करीब 100 परिवारों का जब आटा खत्म हो गया तो वह गेहूं को उबालकर खा रहे हैं। क्योंकि, चक्कियां बंद होने से अनाज की पिसाई नहीं हो पा रही है। हालांकि, लोकल प्रशासन ने इन परिवारों को खाने के पैकेट बांटने का इंतजाम कर दिया है।