आगर मालवा (मध्य प्रदेश). महामारी का यह दौर इतना भयानक है कि जिसने सबकुछ तबाह करके रख दिया है। लोगों की रोजी-रोटी छिन जाने से दुखी हैं। वह उधार यानि कर्ज लेकर अपना गुजारा करने को मजबूर हैं। लेकिन संकटकाल में कुछ ऐसी भी जिंदादिल इंसान हैं जिन्होंने दूसरों का दुख देखा तो वह उनकी मदद करने में जुट गए। मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले के एक व्यापारी ने मसीहा की तरह मुश्किल घड़ी में ऐसी मिसाल पेश की है, जिनकी तारीफ करते आज कोई थक नहीं रहा है। लोग यही कह रहे हैं कि भाई व्यपारी तो बहुत से देखे पर इन जैसा नहीं देखा। व्यापारी एक किसान की मौत के बाद उसके गिरवी रखे 10 लाख रुपए के गहने लौटाने किसान के घर पहुंचा था। जबकि मृतक के घरवालों की इस बात का जरा सा भी पता भी नहीं था कि उनके गहने गिरवी भी रखे हैं।