सीधी (मध्य प्रदेश). सीधी में बस डूबने से जो भयावह हदासा हुआ है वो सच में मंगलवार का दिन अमंगल साबित हो गया। कैसे एक ड्राइवर की जल्दबाजी में 51 लोग मौत के मुंह में समा गए। शासन-प्रशासन भले ही इस भयानक मंजर को भूल जाए, लेकिन उनका क्या हो गा जिनके अपने बीच सफर में ही साथ छोड़कर हमेशा-हमेशा के लिए चले गए। नहर में डूबी बस तो बाहर आ गई, लेकिन उसने कई परिवारों को जिंदगीभर का गहरा जख्म दिया है। शायद अपनों को खोने का जख्म कभी नहीं भरेगा। क्योंकि मरने वाले अधिकतर युवा थे, जिनके लिए बूढ़े मां-बाप ने कई सपने देखे थे, लेकिन वह पानी की लहरों में बह गए। हादसे का पल इतना हैरान कर देने वाला था कि मां के सामने बेटी डूब गई तो दादा की ऊंगली थामे-थामे पोता मौत मुंह में समा गया। पढ़िए जिंदा बचे लोगों की जुबनी...