आंचल के जानने वालों का कहना है कि वह शुरू से ही मेहनती थी, उसको पहले एमपी में पुलिस सब इंस्पेक्टर की नौकरी मिली थी, कुछ दिन बाद वह नौकरी छोड़ दी। फिर आंचल का चयन लेबर इंसपेक्टर के पग पर हुआ। वह भी छोड़ दी, क्योंकि उसका लक्षय था, उसे फोर्स में जाना है।