लखन यादव ने बताया कि वह पन्ना टाइगर रिजर्व पार्क के विस्थापित हैं। मुआवजे के पैसों से उसने 3 हेक्टेयर जमीन, दो भैंस और बाइक खरीदी थी। वह बाइक मैंने अपने भतीजे को दे दी थी और मैं साइकिल से चलता था। लेकिन मेरी किस्मत इस तरह चमकेगी कभी सोचा नहीं था। आज मेरे दिल को सकून है, यह सही है कि हर किसी की जिंदगी में एक बार जुरुर किस्मत चमकती है।