दरअसल, यह मामला आगर मालवा जिले के सुसनेर ब्लॉक के धानियाखेडी गांव का है। यहां से करीब 500 मीटर दूर एक संतरे के पेड़ों के खेत को इस तरह से ओपन हॉस्पिटल बना दिया है। हालात का फायदा उठाकर झोला छाप डॉक्टर मरीजों को खेत में भर्ती कर उनका इलाज करने में लगे हुए हैं। जहां वह पेड़ के सहारे स्लाइन चढ़ा रहे हैं।