बताया जाता है कि परिजनों की जिद के आगे मजबूर होकर पुलिसवालों ने कुछ देर के लिए शव गृह का दरवाजा खोल दिया। लेकिन सिर्फ शव देखने के लिए, मृतक की बहन ने शव को देखा, लेकिन वह चाह रही थी कि शव को बाहर निकाला जाए, ताकि बाबा उसे जीवित कर सके। लेकिन पुलिस ने फिर सबको घर की तरफ खदेड़ दिया।