दीमक मारने खुद किया पेस्ट कंट्रोल, सोते समय AC ने खींच ली जहरीली गैस..घुट गया मां-बेटी का दम

Published : Mar 21, 2020, 09:34 AM ISTUpdated : Mar 21, 2020, 11:05 AM IST

इंदौर, मध्य प्रदेश. अनजाने में हुई एक लापरवाही इस मासूम बच्ची और उसकी मां के लिए जिंदगी की आखिरी रात साबित हुई। वहीं, बच्ची का पिता जिंदगी-मौत के बीच झूल रहा है। हादसा, घर में जहरीली गैस भरने पर दम घुटने से हुआ। इस परिवार ने 2 दिन पहले सल्फास और अन्य केमिकल को मिलाकर दीमकों को मारने एक पेस्ट तैयार किया था। परिवार ने बिना किसी एक्सपर्ट की सलाह के एक कमरे में खुद पेस्ट कंट्रोल कर लिया। रात को तीनों कमरे में AC चलाकर सो गए। इसी दौरान AC ने दूसरे कमरे में भरी जहरीली गैस खींच ली। इस हादसे में मां-बेटी की मौत हो गई, जबकि बच्ची का पिता का इलाज चल रहा है। पुलिस के अनुसार, सदर बाजार के इकबाल कॉलोनी में रहने वाले सलीम शेख रेडिमेड कपड़ों के व्यापारी हैं। उनका बड़ा बेटा शादाब(35) अपनी पत्नी रेशमा और ढाई साल की बेटी आयशा के साथ अपने कमरे में सो रहे थे। तभी दम घुटने से  मां-बेटी की मौत हो गई। वहीं, शादाब सहित घर की तीसरी मंजिल पर सो रहे उनके छोटे बेटे इरफान, छोटी बहू शाइना सुबह बेहोश मिले। तीनों का इलाज चल रहा है। सलीम के भाई सईद ने बताया कि पीड़ित परिवार का रिव्हर साइड पर रेडिमेट का होलसेल का कारोबार है। उनका तीन मंजिला घर है। तीसरी मंजिल पर शादाब का भाई अपनी पत्नी और दो बेटियों के अजलफा(8) और आलिया(6) के साथ रहता है।

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दीमक मारने  खुद किया पेस्ट कंट्रोल, सोते समय AC ने खींच ली जहरीली गैस..घुट गया मां-बेटी का दम
घटना का पता शुक्रवार सुबह चला। मौके पर पहुंचे फॉरेंसिक एक्सपर्ट को परिजनों ने बताया कि दूसरी मंजिल पर स्थित एक कमरे में दीमक हो रहे थे। उसे मारने महिलाओं ने खुद ही सल्फास और एक अन्य केमिकल को मिलाकर पेस्ट बनाया था। बुधवार रात उन्होंने ही कमरे की दरारों और फर्नीचर आदि में पेस्ट कंट्रोल कर दिया। अनजाने में हुई यह गलती..इस मासूम के साथ उसकी मां के लिए काल बन गई।
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इरफान ने बताया कि दूसरी मंजिल पर शादाब, रेशमा और आयशा सो रहे थे। जबकि वो अपनी फैमिली के साथ तीसरी मंजिल पर जाकर सो गया। रात करीब 9.30 बजे शादाब ने आकर बताया कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है। उन्हें लेकर वो राजवाड़ा स्थित एक निजी क्लीनिक पहुंचा। डॉक्टर ने चेकअप के बाद कहा कि ऐसा मौसम में बदलाव के कारण होता है। इसलिए खुली हवा में जाकर सोयें। वहां से लौटने के बाद आयशा को लेकर शादाब और रेशमा फिर उसी कमरे में जाकर सो गए। शुक्रवार सुबह 7 बजे जब जाकर देखा, तो तीनों बेहोश पड़े थे। उन्हें फौरन हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां रेशमा और आयशा को मृत घोषित कर दिया गया।
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फॉरेंसिक एक्सपर्ट की जांच में सामने आया है कि इन लोगों ने कमरा बंद करके AC चला दिया था। AC के कम्प्रेशर ने पेस्ट कंट्रोल वाले कमरे की जहरीली हवा खींच ली। इससे उनका दम घुट गया।
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कुछ लोगों ने इसे कोरोना वायरस से जोड़ दिया था। हालांकि पुलिस ने इसका खंडन किया। उन्होंने बताया कि हादसा पेस्ट कंट्रोल से बनी जहरीली गैस से हुआ।
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मर्चुरी में मौजूद शादाब के भाई इरफान ने बताया कि रात का जब तीनों की तबीयत बिगड़ी थी..तब अगर इसका अंदेशा हो जाता, तो उनकी भाभी और भतीजी की जान नहीं जाती।
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AC के कम्प्रेशर ने दरवाजों की दरार के जरिये जहरीली गैस अंदर खींच ली थी। सोते वक्त किसी को महसूस नहीं हुआ और दम घुट गया।

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