मां के निधन की खबर सुनकर भी विचलित नहीं हुआ बेटा, अफसरों को पता तक नहीं चला, वो ड्यूटी पर लौट आया
भोपाल, मध्य प्रदेश. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने देशभर में लॉक डाउन घोषित किया गया है। इस दौरान डॉक्टर, पुलिस, स्वास्थ्य और अन्य सरकारी कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात है। कोरोना के संक्रमण से बचने लोगों को घरों में रहने के आदेश हैं। हालांकि कई लोग इस आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं। इस बीच कर्मचारी पूरी शिद्दत से अपनी ड्यूटी करते देखे गए। यह तस्वीर भी ऐसे ही एक स्वास्थ्य कर्मचारी की है। बुधवार सुबह इनकी मां का निधन हो गया था। ये अपनी मां को सुपुर्दे खाक करने के 2 घंटे बाद ही ड्यूटी पर लौट आए थे। बता दें अकेले मध्य प्रदेश में कोरोना के अब तक 26 पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें 2 की मौत हो चुकी है। प्रदेश में 2000 लोगों को निगरानी में रखा गया है।
यह तस्वीर भोपाल के नगर निगम के सैनिटाइजेशन अभियान की जिम्मेदारी संभाल रहे अशरफ अली की है। बुधवार को इनकी 67 वर्षीय मां नूरजहां का निधन हो गया था। अली अपनी मां को सुपुर्दे खाक करने के 2 घंटे बाद ही ड्यूटी पर लौट आए। अली जलकार्य विभाग के कर्मचारी है, लेकिन पिछले कुछ सालों से सीवेज वाहनों के प्रभारी है। बहरहाल, जब इसकी जानकारी निगम आयुक्त बी विजय दत्ता को पता चली, तो उन्होंने अली को घर जाने को कहा। लेकिन अली ने जवाब दिया कि यह उससे बड़ी जिम्मेदारी है।
यह तस्वीर कुछ दिन पुरानी नई दिल्ली की है। इन लेडी कर्मियों को दोहरी ड्यूटी निभानी पड़ती है। एक पुलिस की, दूसरी जब घर पहुंचती हैं, तो घर-परिवार की।
यह तस्वीर नई दिल्ली की है। कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों के साथ पुलिस भी शिद्दत से अपनी ड्यूटी निभा रही है।
यह तस्वीर नई दिल्ली की है। फुटापाथ पर रहने वाले ऐसे परिवारों के खाने-पीने की जिम्मेदारी सरकार के साथ पूरे समाज की है।
यह तस्वीर नई दिल्ली की है। इनके कांधे पर अपने परिवार के पालने की जिम्मेदारी है। हालांकि ऐसे लोगों को हिदायत दी जा रही है कि वे घर पर रहें। उनके खाने-पीने का इंतजाम सरकार करेगी।