ये हैं 10 पॉलिटिकल भाई बहन, जानिए अब कैसा है रिश्ता
मध्यप्रदेश. भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाना वाला त्योहार रक्षाबंधन 15 अगस्त को है। त्योहार की धूम पूरे देश में है। सभी इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं। ऐसे मौके पर आपको राजनीति के उन भाई-बहनों के बारे में बता रहे हैं, जिनके नाम हर व्यक्ति की जुबान पर चर्चा में रहते हैं।
Asianet News Hindi | Published : Aug 10, 2019 9:50 AM IST / Updated: Aug 14 2019, 10:21 AM IST
माधव राव सिंधिया और वसुंधरा राजे आपस में भाई-बहन होते हुए भी अलग-अलग थे। माधव राव सिंधिया कांग्रेस में तो राजमाता विजय राजे सिधियां भाजपा में। अलग-अलग पार्टी होने के चलते दोनों लोगों में वैचारिक मतभेद भी थे। असहमति होने के बावजूद दोनों लोगों में काफी प्रेम रहा। माधव राव सिंधिया की मौत के बाद भी वसुंधरा के कमरे में उनकी बड़ी तस्वीर लगी हुई है।
धर्मेन्द्र यादव व संध्या यादव दोनों मुलायम सिंह यादव के दूसरे भाई अभयराम यादव के बच्चे हैं। 2004 में सीएम रहते हुए मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से चुनाव लड़ा और जीता। बाद में यह सीट अपने भतीजे धर्मेंद्र यादव के लिए खाली कर दी। उस वक्त धर्मेन्द्र ने 14वीं लोकसभा में सबसे कम उम्र के सांसद बनने का रिकार्ड बनाया। धर्मेन्द्र यादव वर्तमान में बदायूं से सांसद हैं, जबकि संध्या यादव मैनपुरी से जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। दोनों लोग देश के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
विजया लक्ष्मी नेहरु पंडित भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की बहन थीं। विजया लक्ष्मी नेहरू पंडित की शादी रणजीत सीताराम पंडित के साथ हुई थी। विजया लक्ष्मी केबिनेट मंत्री बनने वाली प्रथम भारतीय महिला थीं। 1937 में वो संयुक्त प्रांत की प्रांतीय विधानसभा के लिए निर्वाचित हुईं और स्थानीय स्वशासन और सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री के पद पर नियुक्त की गईं। 1953 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की अध्यक्ष बनने वाली विश्व की पहली महिला थीं और राज्यपाल और राजदूत जैसे कई महत्त्वपूर्ण पदों पर रहीं। उन्होंने इन्दिरा गांधी द्वारा लागू आपतकाल का विरोध किया था और जनता दल में शामिल हो गई थीं। नेहरू की बहन विजय लक्ष्मी पंडित के शौक बहुत खर्चीले थे। एक बार वह शिमला के सर्किट हाउस में ठहरीं। वहां रहने का बिल 2500 रुपए आया। वह बिल का भुगतान किए बगैर वहां से चली आईं, तब हिमाचल प्रदेश नहीं बना था और शिमला पंजाब का हिस्सा होता था। जिसके बाद नेहरू ने पांच किश्तों में पंजाब सरकार को बकाया पैसा चुकाया था।
2 जून, 1995 को बसपा द्वारा सपा सरकार से समर्थन वापस लिए जाने के बाद मायावती के साथ गेस्ट हाउस कांड हुआ। इस कांड में सपा कार्यकर्ताओं ने उनके साथ अभद्रता की। मायावती ने अपने आप को बचाने के लिए कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। लगभग 9 घंटे बंधक बने रहने के बाद बीजेपी नेता लालजी टंडन ने अपने समर्थकों से साथ वहां पहुंचकर मायावती को वहां से सुरक्षित निकाला। इस घटना के बाद 22 अगस्त 2012 से मायावती, लालजी टंडन को अपना भाई मानने लगीं। इसके बाद हुए विधानसभा चुनावों में मायावती बीजेपी के समर्थन से प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं। लेकिन यह रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया।
देश के अग्रणी राजनीतिक परिवार से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आते हैं। इनके पिता स्व. राजीव गांधी देश के युवा प्रधानमंत्री रह चुके हैं। देश में टेक्नोलॉजी के विस्तार में उनका अहम रोल माना जाता है। राहुल गांधी पर जब भी कोई मुसीबत आती है तो प्रियंका उनकी ढाल बन कर खड़ी हो जाती हैं। प्रियंका गांधी अभी तक सोनिया और राहुल के लिए उनके संसदीय क्षेत्र में इलेक्शन कैंपेनर के तौर पर काम कर चुकी हैं।
राहुल महाजन और पूनम महाजन दोनों भाजपा के दिग्गज नेता स्व. प्रमोद महाजन के पुत्र एवं पुत्री हैं। प्रमोद महाजन की मौत के बाद राहुल को भाजपा में इसलिए शामिल नहीं किया गया क्योंकि उनके उपर ड्रग्स लेने के आरोप थे। भाजपा ने राहुल की जगह पुनम महाजन को राजनीति में इंट्री दी। वर्तमान में पूनम महाराष्ट्र के मुम्बई उत्तर-मध्य से सोलहवीं लोकसभा की सांसद थीं।
तेजस्वी यादव और मीसा भारती आपस में भाई-बहन होने के साथ ही लालू प्रसाद यादव के पुत्र-पुत्री हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव में मीसा भारती को आरजेडी का प्रबल उत्तराधिकारी माना जाता था। लेकिन मीसा भारती ने अपने आगे भाई तेजस्वी यादव को न सिर्फ आगे बढ़ाया बल्कि चुनावी रणनीति भी तैयार की। मीसा भारती के प्रयासों की देन है कि तेजस्वी यादव चुनाव जीतने के बाद डिप्टी सीएम बन गए थे। वहीं मीसा भारती राज्यसभा के लिए र्निवाचित हुई थीं।
उमर अब्दुल्ला और सारा पायलट आपस में भाई-बहन हैं। सारा जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूख अब्दुल्ला की बेटी हैं। उमर अब्दुल्लाह जम्मू कश्मीर के सबसे युवा मुख्यमंत्री रह चुके हैं। सारा को लंदन में सचिन पायलट से पढ़ाई के दौरान प्यार हुआ। 2004 में पारिवारिक विरोध के बीच शादी की। शादी के बाद सचिन-सारा की जोड़ी देश की खुबसूरत जोड़ियों में जानी जाती है। हालांकि इस शादी से रिश्तों में दरार तो आई थी लेकिन बाद में सब ठीक हो गया।
सुषमा स्वराज और उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू दोनों भाजपा से हैं। 2014 लोकसभा चुनाव से पहले सुषमा स्वराज, लाल कृष्ण आडवाणी के खेमे से मानी जाती थी। सरकार बनने के बाद मोदी के करीबियों में शामिल वेंकैया नायडू ने सुषमा स्वराज को नंबर तीन की कुर्सी दिलाने में मदद की। इसके बाद सुषमा स्वराज और वेंकैया नायडू के बीच रिश्ते भाई-बहन के हो गए और सुषमा उन्हें राखी बांधने लगीं। इनके रिश्ते काफी अच्छे रहे थे। दुख का बात ये है कि सुषमा स्वराज इस दुनिया में नहीं रहीं। 6 अगस्त को सुषमा का निधन हो गया था। उनके देहांत से वेंकैया नायडू काफी उदास रहे। पहली बार ऐसा होगा जब उनकी कलाई सूनी रहेगी।
वरुण गांधी और प्रियंका गांधी दोनों रिश्ते में भाई बहन हैं। वैचारिक मतभेदों के चलते वरुण गांधी की मां मेनका गांधी भाजपा से जुड़ी हुई हैं। वरुण को लेकर एक बार इलेक्शन के दौरान प्रियंका ने कहा था अच्छा लड़का है, लेकिन गलत लोगों के साथ है। वहीं इलेक्शन कैंपेन के दौरान वरुण गांधी अपने परिवार पर हमला न बोल कर रिश्ते को बचाने के चक्कर में रहते हैं।