सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस दुर्घटना के कुछ ही घंटों के भीतर तीन हजार लोग मारे गए थे। हालांकि गैर सरकारी स्रोत मानते हैं कि ये संख्या करीब तीन गुना ज्यादा थी। इतना ही नहीं, कुछ लोगों का दावा है कि मरने वालों की संख्या 15 हजार से भी अधिक रही होगी। पर मौतों का ये सिलसिला उस रात जब शुरू हुआ तो वह बरसों तक चलता रहा। उस घटना में संक्रमित लोग इलाज के दौरान मरते रहे, कुछ की मौत तो 6 माह जबकि कुछ की साल भर बाद भी हुई।