8वीं के बच्चे का यौन शोषण: चाबी देने के बहाने बुलाता था टीचर...,रोंगटे खड़े कर देगी आपबीती

मुंबई. देश में बच्चों के साथ यौन शोषण की घटनाएं सामने आती रहती हैं। कभी कोई बच्चा घर में शोषण का शिकार होता है तो कभी स्कूल में। ऐसे ही एक लड़के करीब साढ़े 5 साल बाद भयानक आपबीती सुनाई है। मुंबई के इस लड़के ने बताया कि कैसे उसका क्लास टीचर उसे उसका यौन शोषण करता था और स्टाफ रूम में चाबी देने के बहाने बुलाकर संबंध बनाने की कोशिश करता था। पीड़ित लड़का कई सालों तक इस वहशीपने को झेलता रहा और आखिरकर अब उसने अपना दु:ख सोशल मीडिया के सहारे साझा किया है।

Asianet News Hindi | Published : Jan 8, 2020 11:08 AM IST / Updated: Jan 08 2020, 05:02 PM IST
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8वीं के बच्चे का यौन शोषण: चाबी देने के बहाने बुलाता था टीचर...,रोंगटे खड़े कर देगी आपबीती
सोशल मीडिया पर ये कहानी सामने आई है। मुंबई के इस लड़के ने अपना नाम नहीं बताया है लेकिन जो आपबीती उसने सुनाई है उसे जान किसी के भी होश उड़ जाएं। लड़के ने ये बात एक स्कूल ट्रिप से शुरू की। उसने बताया कि, मैं 8 क्लास में था, जब हम सभी स्कूल के बच्चे एक ट्रिप पर जा रहे थे, मैं बस के आगे वाली सीट पर बैठा था। बस में सबसे पीछे वाली सीट पर बाकी स्टूडेंट्स हुड़दंग मचाते गाना गाते जा रहे थे। मैं शांति से आगे खिड़की वाली सीट पर बैठा। फिर मेरे क्लास टीचर बच्चों को डांटने गए और जब वापस लौटे तो मेरे पास बैठ गए। उन्होंने अपना हाथ मेरी टांग पर रख दिया मुझे थोड़ा अजीब लगा। फिर मैंने सोचा ट्रिप है तो वो स्टूडेंट्स के साथ फ्रेंडली होने की कोशिश कर रहे हैं।
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पर अचानक उनका हाथ ऊपर बढ़ने लगा, मुझे घबराहट होने लगी, मैंने अपना स्कूल बैग उठाकर गोद में रख लिया ताकि वो ऐसा न करें। पर वो नहीं रूके और मेरी पैंट की जिप खोलकर हाथ पैंट के अंदर डाल दिया। वो लगातार 35 मिनट तक मुझे प्रताड़ित करते रहे। (फाइल फोटो)
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मेरे एक दोस्त ने उनका हाथ मेरी पैंट के अंदर देख लिया वो समझ गए मेरे साथ गलत हो रहा है। उन्होंने मुझे पीछे अपने साथ बुला लिया। तब मैं कही जाकर उस वहशी से बच पाया। मैं उस बस वाली घटना को आज भी नहीं भूल पाया हूं। मैं आज भी उससे उतना ही घबराया और डरा हुआ हूं। (फाइल फोटो)
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मैंने सोचा ये एक दिन की बात है लेकिन वो मेरे क्सास टीचर थे तो अगले दो साल मेरे साथ यही होने वाला है। मैं उनसे बचने के बहाने ढूढ़ने लगा और वो मुझे प्रताड़ित करने के आइडिया लगाने लगे। (फाइल फोटो)
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उन्होंने फिर मुझे अचानक क्लास का मॉनिटर घोषित कर दिया। इसका मतलब था कि हर छोटी-छोटी बात के लिए अब वो मुझे अपने स्टाफ रूम में बुलाएंगे। अलमारी की चाबी लाने-ले जाने से लेकर प्रोजेक्टर रखने तक सारे काम वो मुझसे बताते सबके सामने ताकी मैं मना न कर सकूं। (फाइल फोटो)
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इस पूरे मामले की खबर मेरे कुछ दोस्तों को भी थी। वो मुझे अकेला नहीं छोड़ते थे, स्टाफरूम में वो मेरे साथ जाते थे लेकिन कई बार मैं अकेला पड़ जाता तो मेरे क्सास टीचर वहीं सब दोबारा मेरे साथ करते, यहां-वहां छूना और पैंट के अंदर उनका हाथ। (फाइल फोटो)
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मुझे स्कूल और क्लास से नफरत होने लगी, मैं स्कूल देर से आता था कहीं वो पहले आ गए हों तो अकेले की वजह से वो मेरे साथ बदतमीजी न करे। मेरी क्लास के बच्चे पढ़ते रहते और मैं अपने उस टीचर से बचने के बहाने और आइडिया में लगा रहता। बचकर-छुपकर स्कूल से निकलता। मैंने एक बार अपनी एक टीचर को बताया तो उन्होंने मुझे सिर्फ इग्नोर करने की सलाह देकर टाल दिया। मैंने डर की वजह से ये बात कभी अपने मां-बाप को भी नहीं बताई मुझे नहीं पता था मेरा शारीरिक शोषण हो रहा है। (फाइल फोटो)
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आज 5 साल बाद जब मैं बड़ा हो गया हूं तो चीजें समझ आ गई हैं। मैं लगातार इस बुरे सपने से ऊबर रहा हूं। इसलिए मैं ये कहानी सबके साथ शेयर कर रहा हूं ताकि लोग समझ सकें कि हम लड़कों के साथ भी यौन शोषण की घटनाएं होती हैं। पीड़ित ने पूरी कहानी ह्यूमंस ऑफ बाम्बे पेज पर शेयर की है। (फाइल फोटो)
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