डॉक्टर का सुसाइड नोट: हद से भी ज्यादा किया गया था मुझे टॉर्चर
डिलीवरी ऑपरेशन के दौरान तीन डॉक्टरों ने डॉ. पायल तडवी को काम न आने की उलाहना देकर भगा दिया था। नतीजा उसने शर्मिंदगी में नायर अस्पताल के छात्रावास में 22 मई 2019 को आत्महत्या कर ली थी।
Asianet News Hindi | Published : Jul 26, 2019 9:52 AM IST / Updated: Jul 27 2019, 11:43 AM IST
मुंबई. पीजी मेडिकल के दूसरे वर्ष की छात्रा डॉ. पायल तडवी को सुसाइड के लिए उकसाने वालीं तीन सीनियर डॉक्टर को जमानत नहीं मिली है। उन्हें 29 मई को गिरफ्तार किया गया था। जमानत पर अब 30 जुलाई को सुनवाई होगी। तीनों न्यायिक हिरासत में आर्थर रोड जेल में हैं। उधर, गुरुवार को हाईकोर्ट ने रजिस्ट्री विभाग को निर्देश दिए हैं कि वो जमानत याचिका पर होने वाली सुनवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग करे। तीनों डॉक्टरों हेमा आहूजा, भक्ति मेहर और अंकिता खंडेलवाल पर डॉ. तडवी को अपमानित करने, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप है। सेशन कोर्ट ने इनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। इसके बाद वे हाईकोर्ट पहुंची थीं।
सुसाइड नोट... पुलिस ने इस मामले में 1800 पन्नों का आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया है। इसमें डॉ. तडवी का तीन पन्ने के सुसाइड नोट भी शामिल है। इसमें डॉ. तडवी ने माता-पिता को संबोधित करते हुए लिखा कि विभाग से उसकी कोई मदद नहीं की। मुझे बेहद यातनाएं दी गईं, जो बर्दाश्त नहीं हुईं। शिकायतों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
पुलिस की जांच क्राइम ब्रांच के सामने तीन वॉर्ड बॉयज और दो नर्सों ने गवाही दी। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, 'गवाहों ने बताया कि ऑपरेशन थिएटर में एक डिलीवरी के दौरान तीनों आरोपी डॉ. तडवी के ऊपर काफी चिल्लाई थीं। तडवी को रोते हुए बाहर निकलते और हॉस्टल रूम में जाते देखा गया था। इसके बाद वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकलीं।' कॉल डीटेल से पता चला कि तडवी करीब 4 बजे अपने रूम पहुंची थीं। 4:30 बजे एक आरोपी डॉ हेमा आहूजा ने उनसे दो मिनट तक बात की। हालांकि आहूजा ने तर्क दिया था कि उन्होंने सिर्फ काम के सिलसिले में कॉल किया था। पुलिस का मानना है कि फोन पर आहूजा ने ऐसा कुछ कहा होगा, जिससे तडवी ने सुसाइड कर ली। तडवी के फोन से सुसाइड नोट मिला था।
इन्वेस्टिगेशन में सामने आया है कि सुसाइड से एक दिन पहले तडवी दोस्तों के साथ मोहम्मद अली रोड गई थीं। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड की गईं। इन तस्वीरों पर आरोपी डॉक्टरों ने कमेंट किया कि दांत दिखाने की जगह लोगों को काम करना चाहिए। ताडवी ने इस बारे में अपनी मां को बताया था।