सलमा खान का कहना है कि समाज में हमें एक नजर से नहीं देखा जाता है, कई जगहों पर हमारे समुदाय के लोगों को पैसे मांगते देखा होगा, खासकर दुकानों, सड़कों और ट्रेनों में दिखाई देते थे। लोग हमें घृणास्पद नजरों से देखते हैं। हम सभी बुनियादी मानव अधिकारों से वंचित हैं। लेकिन आज, हम उस सब की परवाह नहीं करते हैं। देशभर में कोरोना के चलते माहौल बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। इसलिए हम सिर्फ मानवता का पालन कर रहे हैं।