दरअसल, यह घटना अहमदनगर में शनिवार दोपहर घटी। जहां राशिन गांव में रहने वाले डॉ. महेंद्र थोराट ने यह खौफनाक कदम उठाया। डॉक्टर ने इस घटना को अंजाम देने से पहले सुसाइड नोट में लिखा कि मेरा बेटा सुन नहीं सकता है। लेकिन आस पड़ोस और रिश्तेदार उसके साथ गलत बर्ताव करते हुए हमको ताना मारते हैं। इसलिए दुखी होकर हम लोग जान देने जा रहे हैं।