दरअसल, ठाणे क्राइम ब्रांच ने बताया कि ये दोनों पचपाखड़ी की एक सोसाइटी के फ्लैट से रैकेट चला रही थी। इनके कई अमीर लोगों से संपर्क थे, साथ ही बड़े एजेंटों के माध्यम से इस काम को अंजाम दे रही थी। पुलिस ने एक सिपाही को नकली ग्राहक बनाकर उनके पास भेजा था। जहां दोनों ने 2 लाख रुपए की डिमांड की। लेकिन बाद में वह 1 लाख 80 हजार पर तैयार हो गई। इस दौरान पुलिस टीम ने आकर उनको रंगेहाथ पकड़ा।