इनके ढाबे के खाने के दीवाने रहे हैं बड़े-बड़े फिल्मी सितारे
मुंबई के मशहूर प्रीतम ढाबे के बारे में सभी अच्छे से जानते हैं। तमाम बड़ीं शख्सियतें प्रीतम ढाबे के खाने की दीवानी रही हैं। लेकिन अब सबको यह कमी खलेगी। क्योंकि प्रीतम ग्रुप्स ऑफ होटल्स के मालिक कुलवंत सिंह कोहली अब इस दुनिया में नहीं रहे।
मुंबई. बात 1950-60 के दशक की है। इससे पहले मुंबई के लोगों के लिए बटर चिकन सिर्फ एक आम डिश हुआ करती थी। लेकिन जब उन्होंने सरदार कुलवंत सिंह कोहली के ढाबे का बटर-चिकन खाया, तो मानों उंगुलियां चाटते रह गए। आगे चलकर कोहली की यह डिश दुनियाभर में प्रसिद्ध हो गई। मुंबई के मशहूर प्रीतम ढाबे के बारे में सभी अच्छे से जानते हैं। राज कपूर, दिलीप कुमार, संजीव कपूर, धर्मेंद्र, यश चोपड़ा आदि से लेकर बाला साहेब ठाकरे तक तमाम बड़ीं शख्सियतें प्रीतम ढाबे के खाने की दीवानी रही हैं। लेकिन अब सबको यह कमी खलेगी। क्योंकि कुलवंत सिंह बुधवार को इस दुनिया से रुखसत हो गए। प्रीतम ग्रुप्स ऑफ होटल्स के मालिक कुलवंत सिंह कोहली 85 साल के थे। खराब स्वास्थ्य के चलते उन्हें 5 दिन पहले ही हिंदुजा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वहीं उन्होंने अंतिम सांस ली।
सामाजिक रत्न: कोहली मूलरूप से रावलपिंडी के रहने वाले थे। उनके निधन पर राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने शोक करते हुए कहा, 'उनके निधन से मुंबई ने अपना मशहूर 'सामाजिक रत्न' खो दिया।' बताते हैं कि 1942 में कुलवंत सिंह के पिता मुबंई आए थे। उन्होंने कालबादेवी में 'प्रीतम होटल' नाम से भोजनालय खोला था। यह अलग बात है कि वे कामयाब नहीं रहे। उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा। पर कहते हैं कि हिम्मत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। उन्होंने सेंट्रल मुंबई के दादर में श्रमिक एरिया में एक जगह खरीदी और रेस्टोरेंट शुरू किया।
1953 में कुलवंत कोहली अपने पिता का हाथ बटाने लगे। कुलवंत ने उस दौर में स्ट्रलिंग एक्टर्स की काफी मदद की। वे 19 रुपये महीने में दिन में एक बार, जबकि 38 रुपए में दो बार भोजन खिलाते थे। 1975 में प्रीतम होटल का उद्घाटन राज कपूर ने किया था। 1985 के आस-पास कोहली के बेटे ने शहर में 'ढाबा' कॉन्सेप्ट शुरू किया था।