लगातार बीमार रहती थी मां, परेशान बेटा बना वहशी, लोहे की छड़ से जन्म देने वाली को ही मार डाला
पालघर. मां की जान हमेशा अपने बच्चों में बसती है। बच्चे को खरोंच भी आए तो मां का दिल चीख उठता है लेकिन क्या बच्चे मां के लिए जान न्यौछावर कर सकते हैं। अगर ऐसा होता तो क्यों एक बेटा जन्म देने वाली मां की जान ले लेता। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जब ममतामयी मां के लिए एक बेटे को उसकी सेवा करना फालतू काम लग रहा था। अपनी बीमार मां की सेवा करने से वो कतराने लगा था। मां बोझ बन चुकी थी तो उसे मुक्ति दिलाने के लिए बेटा वहशी बन गया।
Asianet News Hindi | Published : Dec 30, 2019 7:44 AM IST / Updated: Dec 30 2019, 01:31 PM IST
कलयुगी बेटे ने अपनी ही मां को मौत के घाट उतारने की योजना बना डाली।
मामला महाराष्ट्र के पालघर जिले में का है। यहां एक बेटे ने अपनी 62 वर्षीय मां के लगातार बीमार रहने से परेशान होकर उसकी हत्या कर दी। बेटे का कहना है कि, मां बीमार रहती थी तो मैंने उसको मौते के घाट उतारकर मुक्ति दे दी है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
पुलिस निरीक्षक राकेश पगाड़े ने सोमवार को बताया कि यह घटना तारापुर कस्बे में रविवार को हुई जब आरोपी जयप्रकाश ढीबी (30) ने अपनी मां चंद्रावती पर लोहे की छड़ से वार कर उसकी हत्या कर दी। उसकी मां उस वक्त रसोईघर में थी। उन्होंने बताया कि चंद्रावती की मौके पर ही मौत हो गई। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
महिला के छोटे बेटे की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अधिकारी ने बताया, “आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी मां हमेशा बीमार रहती थी। वह इससे परेशान हो गया था और इसलिए उसने मां को ‘मुक्ति’ दिलाने के लिए उसकी हत्या कर दी।” (प्रतीकात्मक तस्वीर)
बेटे ने मां की हत्या लोहे की छड़ से की। बूढ़ी मां जब रसोई में काम कर रही थी तो बेटा पीछे से लोहे की छड़ से लगातार वार करता गया और मां के प्राण पखेरू उड़ गए। आखिरी वक्त में मां ने अपने बेटे को एक हत्यारे के रूप में देखकर अंतिम सांस ली। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (भादंसं) की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।