पाकिस्तान में वह 6 जगहें, जहां हिंदू धर्म की होती है जय जय

नई दिल्ली. पाकिस्तान में गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर शुक्रवार को पत्थर फेंके गए। करीब 7 बजे शाम को हुए पथराव के दौरान तोड़फोड़ भी की गई। भारतीय विदेश मंत्रालय ने पत्थरबाजी पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, ननकाना साहिब जैसे पवित्र स्थान पर अल्पसंख्यक सिख समुदाय को निशाना बनाया गया, जो कि गुरु नानक देव जी की जन्मभूमि है। ऐसे में बताते हैं पाकिस्तान की उन 6 जगहों के बारे में, जहां मंदिर हैं।

Asianet News Hindi | Published : Jan 4, 2020 7:54 AM IST / Updated: Jan 04 2020, 01:38 PM IST

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पाकिस्तान में वह 6 जगहें, जहां हिंदू धर्म की होती है जय जय
हिंगलाज मंदिर, बलूचिस्तान : पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त के हिंगलाज में हिंगोल नदी के तट पर यह मंदिर है। यह हिन्दू देवी सती को समर्पित इक्यावन शक्तिपीठों में से एक है। यहां इस देवी को हिंगलाज देवी या हिंगुला देवी भी कहते हैं। इस मन्दिर को नानी मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है। तीन दशकों में इस जगह ने काफी लोकप्रियता पाई है और यह पाकिस्तान के हिंदू समुदायों के बीच आस्था का केन्द्र बन गया है।
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स्वामिनारायण मंदिर, कराची : यह पाकिस्तान का एकमात्र स्वामीनारायण मंदिर है। यह मंदिर कराची शहर के एम ए जिन्ना रोड के पास है। मंदिर के परिसर के भीतर एक पवित्र गौशाला है। बंटवारे के वक्त मंदिर का इस्तेमाल रिफ्यूजी कैंप की तरह हुआ।
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पंचमुखी हनुमान मंदिर, कराची : कराची शहर में मौजूद पंचमुखी हनुमान का यह मंदिर चमत्कारी माना जाता है। इस हनुमान मंदिर का इतिहास बहुत ही पुराना है। कहा जाता है कि इस मंदिर की पंचमुखी हनुमान मूर्ति हजारों साल पुरानी है। मंदिर का पुनर्निमाण साल 1882 में कराया गया था।
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श्री वरुणदेव मंदिर, कराची: यह मंदिर 100 साल पुराना है। श्रीवरुणदेव मंदिर का इस्तेमाल अब हिंदू काउंसिल ऑफ पाकिस्तान के कामों के लिए किया जाता है।
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मुल्तान सूर्य मंदिर, मुल्तान : मुल्तान सूर्य मंदिर पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के मुल्तान शहर में स्थित एक प्राचीन हिन्दू मन्दिर है। सूर्य देव को समर्पित इस मंदिर को आदित्य सूर्य मंदिर भी कहा जाता है। मंदिर के प्रसिद्ध आदित्य मूर्ति को 10 वीं शताब्दी के अंत में मुल्तान के नए राजवंश इस्माइली शासकों द्वारा नष्ट कर दिया गया था।
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कटसराज मंदिर, चकवाल : यह मंदिर भगवान शिव का है। यह पाकिस्तान के चकवाल गांव से लगभग 40 किमी की दूरी पर कटस नाम की जगह एक पहाड़ी पर है। इस जगह से जुड़ी कई मान्यताएं हैं, इसलिए ये हिंदुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है।
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