प्रदीप बताते हैं कि 2019 में नौकरी छोड़कर वे पूरी तरह इसी काम में जुट गए। आज उनके पास पुणे के अलावा मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों से भी ऑर्डर आते हैं। अब तक वे एक लाख से अधिक बैरल, 50 हजार से अधिक टॉयरों और 5 हजार से अधिक वाहनों को अपसायकल कर चुके हैं।