अभयारण्य में हर साल अक्टूबर से मार्च तक रूस, साइबेरिया, मध्य एशिया, चीन, तिब्बत और अन्य देशों से कई प्रजातियों के रंग-बिरंगे पक्षी आते हैं। यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहते हैं। पक्षियों की अचानक मौत के बाद हड़कंप मच गया है। वन्यप्राणी विभाग ने बर्ड फ्लू की आशंका की वजह से झील में सभी प्रकार की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।