सचिव वाझे ने खुद इस एसयूवी का इस्तेमाल अपराध के लिए किया था। इतना ही नहीं चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि वाझे ने पहले हिरेन पर इस पूरी साजिश का इल्जाम डालना चाहा औऱ उनसे कहा था कि वो अंबानी के घर के बाहर गाड़ी खड़ी करने की जिम्मेदारी लें। लेकिन हिरेन ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद मनसुख हिरेन की हत्या की साजिश रची गई। इसमें प्रदीप शर्मा, सुनील माणे भी शामिल थे।