दिल्ली: एक ही ब्लॉक में 46 लोग कोरोना संक्रमित, प्रशासन में हड़कंप, पहले भी एक ही परिवार के 31 लोग थे बीमार

नई दिल्ली. जहांगीरपुरी में 46 नए मामले सामने आए हैं। इसी इलाके में पहले भी एक ही परिवार के 31 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। कंटेनमेंट जोन में इतनी बड़ी संख्या में मामला मिलने से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। जहांगीरपुरी इलाके के एच ब्लॉक में 46 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। दिल्‍ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, दिल्ली में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 2248 है, इसमें कल 92 केस जोड़े और कल 113 मरीज ठीक हो गए। अभी तक कोरोना से 724 लोग ठीक हो चुके है जो कि 32% होता है। 2248 में से 48 लोगों की मौत हो चुकी है।

- देश में Covid-19 संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 19% है। जबकि गुजरात में रिकवरी रेट सिर्फ 6.3% है। प्रदेश में मृत्यु दर भी ज्यादा है। 22 अप्रैल शाम 5 बजे तक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, 20,471 कोरोना पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए। देश भर में 3,960 लोगों को ठीक किया जा चुका है। इसका मतलब है कि भारत में कुल पॉजिटिव केस में से 19% लोगों को ठीक किया जा चुका है। वहीं दूसरी ओर गुजरात में देश में सबसे कम रिकवरी रेट है। यहां सिर्फ 6.3% या कुल 2,272 मामलों में 144 लोगों को ठीक किया गया है।

Asianet News Hindi | Published : Apr 23, 2020 9:13 AM IST / Updated: Apr 23 2020, 09:03 PM IST

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दिल्ली: एक ही ब्लॉक में 46 लोग कोरोना संक्रमित, प्रशासन में हड़कंप, पहले भी एक ही परिवार के 31 लोग थे बीमार

देश के मैप में देखिए। गुजरात में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों का रिकवरी रेट सबसे कम है।

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देश में कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में था, लेकिन अब दूसरे नंबर पर गुजरात आ गया है। अहमदाबाद सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां 1373 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। इसके बाद सूरत में 347 केस और बडोदरा में 199 केस सामने आ चुके हैं। 

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अगर राज्य के हिसाब से तुलना करें तो केरल में कोरोना के 75% रोगियों को ठीक किया जा चुका है। यहां अब तक दर्ज किए गए 427 मामलों में से 307 ठीक हो गए हैं और 3 व्यक्तियों की मौत हो गई है। 

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महाराष्ट्र में कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव है। यहां 5,221 मामलों में से 722 को ठीक किया जा चुका है। यहां रिकवरी रेट 13% है। गोवा में तो 100% रिकवरी रेट है।

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ऐसे में गुजरात के रिकवरी रेट एक चिंता का विषय है। यहां 2,272 मामलों में से केवल 144 लोगों को ठीक किया गया है। यह सिर्फ 6.3% है, जो कि भारत के सभी 29 राज्यों में सबसे कम है। 

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दिल्ली में 2,156 में से 611 लोगों को ठीक किया जा चुका है। यहां रिकवरी रेट 28% है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों में क्रमशः 12%, 9.3%, 11%, 14%, 39%, 20% है। 

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गुजरात के 3 शहरों अहमदाबाद, सूरत और वड़ोदरा जैसे प्रमुख शहरों में रिकवरी रेट बहुत कम है। यहां  क्रमशः 1,434, 364 और 207 केस हैं। गुजरात के इन तीन शहरों में राज्य के कुल मामलों का 88% है। 

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अहमदाबाद में रिकवरी रेट 3.9% है। सूरत और वडोदरा में रिकवरी रेट  3% और 3.8% है।

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रिकवरी रेट कम होने पर प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने कहा, पहला मामला 19 मार्च को सामने आया था। नए मामले देर से शुरू हुए। कोरोना मरीज को ठीक होने में कम से कम 12 दिन लगते हैं। यहां पर नए मामले जल्द ही आए हैं। 

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गुजरात की मृत्यु दर भी अधिक है। कोविड -19 से पीड़ित 95 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां मृत्यु दर 4.1% है। यह भारत की कुल 640 मौतों के साथ 3.2% की मृत्यु दर से 28% अधिक है। केरल, तमिलनाडु, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों में देश की औसत से मृत्यु दर बहुत कम है। जबकि महाराष्ट्र और एमपी में मृत्यु दर बहुत अधिक है, वहीं गोवा, छत्तीसगढ़, लद्दाख, मणिपुर, उत्तराखंड, त्रिपुरा और मिजोरम जैसे राज्य भी हैं जहां अभी तक एक भी मौत नहीं हुई है।

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बढ़ती मौत के आंकड़ों पर जयंती रवि ने कहा, गुजरात की मृत्यु दर अधिक है क्योंकि गुजरात में बीमार लोग ज्यादा हैं। हम हर दिन डेथ के आंकड़े दे रहे हैं। हम बार-बार वरिष्ठ नागरिकों और लोगों से घर पर रहने की अपील भी कर रहे हैं।

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सूरत के स्वास्थ्य अधिकारी पी एच उमरीगर ने कहा, कोरोना से रिकवरी के लिए 14 दिन का वक्त चाहिए होता है। वही भी जब कोरोना का पता चला, उसके सात दिन बाद 14 दिन का वक्त गिना जाता है। दुर्भाग्य से पिछले 21 दिनों में हमारे पास अधिक मरीज आए हैं। इसलिए हम अगले कुछ दिनों में रिकवरी रेट में सुधार की उम्मीद कर रहे हैं। 

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12 अप्रैल को 516 कोरोना पॉजिटिव थे, जो 21 अप्रैल को 2178 हो गए हैं। गुजरात में अहमदाबाद (1373) , सूरत (347), वडोदरा (199), राजकोट (40), भावनगर (32) और आणंद (28) ज्यादा प्रभावित हैं।

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17 से 21 अप्रैल तक के आंकड़े देखें तो 19 अप्रैल को सबसे ज्यादा 367 केस सामने आए। वहीं 17 अप्रैल को 170, 18 अप्रैल को 277, 19 अप्रैल को 367, 20 अप्रैल को 196 और 21 अप्रैल को 239 केस सामने आए हैं। 

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अहमदाबाद में डॉक्टर, पुलिसकर्मी और पैरामेडिकल कर्मचारी भी कोरोना की चपेट में हैं। 22 अप्रैल तक के आंकड़ों को देखें तो 15 से अधिक कर्मचारी, 32 पुलिसकर्मी और 30 डॉक्टर सहित 50 से अधिक पैरामेडिकल कर्मचारी कोरोना की चपेट में हैं। 

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अहमदाबाद में कोरोना पॉजिटिव की संख्या ज्यादा होने पर सीएम विजय रूपाणी ने कहा था, अहमदाबाद में 350 से अधिक कोरोनो वायरस पॉजिटिव केस हैं। इसका मतलब है कि गुजरात में 50% से अधिक मामले अहमदाबाद के हैं और विशेष रूप से मामले दीवार वाले शहर और दानी लिमडा एरिया से हैं।

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गुजरात को 17 अप्रैल तक भारत सरकार से 24,000 रैपिड टेस्टिंग किट मिली हैं। ये किट कंटेनमेंट जोन, हाई-रिस्क जोन में गहन परीक्षण के लिए सहायक होंगे। 

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14 अप्रैल को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कांग्रेस विधायकों के साथ एक बैठक की थी। इसमें शामिल विधायकों में से एक का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था।

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सीएम के सचिव अश्वनी कुमार ने बताया था कि गुजरात के सीएम  विजय रूपाणी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। मेडिकल एक्सपर्ट डॉ.अतुल पटेल और डॉ.आर.के.पटेल ने आज उनका टेस्ट किया और सीएम में कोई लक्षण नहीं होने की पुष्टि की। लेकिन सुरक्षा उपायों के चलते उनके घर पर किसी बाहरी व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं है। 

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देश में कोरोना की बात करें तो 23 अप्रैल की शाम 4 बजे तक कोरोना के 21,552 मरीज सामने आ चुके हैं। इसमें से 16,488 एक्टिव मरीज हैं। 4382 लोग ठीक हो चुके हैं। 682 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में कोरोना से प्रभावित टॉप 5 राज्यों में पहले पर महाराष्ट्र, दूसरे पर गुजरात, तीसरे पर दिल्ली, चौथे पर राजस्थान और पांचवे पर तमिलनाडु है। 
 

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