हैदराबाद एनकाउंटर पर दो खेमों में बंट गए बड़े,बड़े अधिकारी, कई IPS ने बताया क्यों है ये गलत...
नई दिल्ली. हैदराबाद गैंगरेप और हत्या मामले के चार आरोपियों को तेलंगाना पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। इस एनकाउंटर पर साइबराबाद कमिश्नर वी.सी. सज्जनार की जमकर तारीफ हो रही है लेकिन कुछ बड़े-बड़े अधिकारी इससे खिन्न हैं। इस खबर के बाद शुक्रवार को देश के पुलिस अधिकारी दो खेमों में बंट गए। हालांकि कुछ ने फास्ट एक्शन के तहत पुलिस की कार्रवाई की सराहना की वहीं अधिकतर आईपीएस ने इसे गलत बताया। आइए जानते हैं क्या रही अधिकारियों की प्रतिक्रिया............
Asianet News Hindi | Published : Dec 7, 2019 10:01 AM IST / Updated: Dec 07 2019, 03:55 PM IST
IPS अरूण बोहरा ने इस एनकाउंटर को गलत बताते हुए शर्मनाक कहा, उन्होंने लिखा अब एक अच्छी आपराधिक न्याय प्रणाली की जगह एनकाउंटर ने ली है।
आईपीएस अफसर असलम खान ने इसे गलत ठहराया और कहा- एनकाउंटर पर पुलिस की खुशी एक अच्छा संकेत नहीं है। कानूनी प्रक्रियाओं को ऐसे खारिज नहीं किया जा सकता।
ओडिशा के पुलिस महानिरीक्षक, आपराधिक जांच विभाग और अपराध शाखा अधिकारी ने अरुण बोथरा कहा अपराधियों को अदालत द्वारा सजा मिलनी चाहिए।
नकली एनकाउंटर से लोगों को न्याय की झूठी संतुष्टि मिलती है और हमें हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली को शीघ्र और प्रभावी बनाने की हमारी जिम्मेदारी से मुक्त कर देती है। इससे कानून का खौफ खत्म हो जाएगा।
जम्मू कश्मीर के आईपीएस इम्तियाज हुसैन ने कहा- अपराधियों के एनकाउंटर पर जनता का जश्न मनाा बहुत बुरा है। हम कानून की उचित प्रक्रिया की उपेक्षा नहीं कर सकते। ये एक नेशन कॉल है कि लोगों का कानून से विश्वास उठ चुका है।
एक और महिला आईपीएस निहारिका भट्ट ने इसे गैर-कानूनी बताया। उन्होंने लिखा कि एनकाउंटर के बाद का जश्न देश की न्याय व्यवस्था पर एक तमाचा है।
आईपीएस पंकज नायन ने इसे गलत ठहराते हुए लिखा कि न्याय दिया नहीं गया बल्कि दफन कर दिया गया।
वहीं कुछ बड़े अधिकारी इस कदम पर तेलांगना पुलिस के कांधे पर थाम और शाबाशी देते नजर आए।
आईपीएस राकेश बलवाल ने कहा- अपराधी को फेयर एंड स्पीडी ट्रायल के बाद फांसी तक की सजा दी जानी चाहिए। मुठभेड़ की झूठी कहानी बनाकर एनकाउंटर में आसान मौत के बजाय सज़ा देना ज्यादा सही है।
जीपी रेलवे और पूर्व डीआईजी डी रूपा ने तेलंगाना पुलिस को खुलकर समर्थन नहीं दिया। हालांकि, शुक्रवार दोपहर उन्होंने भगवद् गीता से एक श्लोक ट्वीट किया। जो कहीं न कहीं एनकाउंटर के समर्थन में था, वह एनकाउंटर का विरोध करते लोगों से ट्विटर पर भिड़ गई और तेलांगना पुलिस का बचाव भी किया।
वहीं जम्मू कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेष पॉल वेद ने तेलांगना पुलिस की पीठ थपथपाई और कहा वेल जॉन बॉयज।